राजपुर थाना क्षेत्र में .30 बोर के चालीस कारतूस मिलने से फैली सनसनी
देहरादून। लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की तैयारियों के बीच राजपुर थाना क्षेत्र में .30 बोर के चालीस कारतूस मिलने से सनसनी फैल गई। आमतौर पर ये कारतूस पिस्टल में प्रयोग होते हैं, लेकिन कारतूसों की लंबाई से पुलिस असमंजस में है। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि कारतूसों को सील कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच को भेजा जा रहा है।
एसओ राजपुर नत्थीलाल उनियाल ने बताया कि वह ढाकपट्टी चौक से ओल्ड मसूरी रोड की तरफ गश्त पर थे। ओल्ड मसूरी रोड से पहले बावड़ी मंदिर के पास सड़क किनारे कुछ चमकती चीज दिखाई दी। मौके पर जाकर देखा गया तो वहां कारतूस बिखरे पड़े थे।
प्रारंभिक जांच में सभी .30 बोर के कारतूस थे, लेकिन उनकी लंबाई सामान्य .30 बोर के कारतूस से कुछ अधिक लग रही है। फिलहाल पुलिस ने इससे अधिक कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। पुलिस के मुताबिक जब तक विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। वहीं कारतूस किसने फेंके, इसके बारे में आसपास के लोग कुछ नहीं बता सके।
किसलिए आए थे कारतूस
लोकसभा चुनाव के बीच मिले कारतूसों से सवाल उठना लाजिमी है कि यह कारतूस कहां से और किस उद्देश्य से लाए गए। संभावना यह भी हो सकती है कि बड़ी मात्रा में कारतूस देहरादून पहुंचे हों और इसमें चालीस कारतूस की डिलीवरी जिस शख्स को की गई थी, वह उसे गंतव्य तक ले जा पाने में कामयाब नहीं हो सका और उसे रास्ते में फेंक कर गायब हो गया।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। फिलहाल अभी तक कुछ भी सुराग हाथ नहीं लगा है। एसपी सिटी ने कहा कि जिसने भी यह कारतूस फेंके, वह ज्यादा दिन तक पुलिस की नजर से दूर नहीं रह सकता।