national

पंजाब की भगवंत मान सरकार की कैबिनेट का विस्तार, मंत्रिमंडल में पांच और मंत्रियों को किया शामिल

चंडीगढ़। पंजाब के सीएम भगवंत मान के मंत्रिमंडल को सोमवार को 107 दिन बाद विस्तार दिया गया है। राजभवन में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित पांच नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल मंत्रियों की संख्या 15 हो गई है।

नए मंत्रियों में सुनाम से दूसरी बार विधायक चुने गए अमन अरोड़ा के अलावा पहली बार चुनाव जीतने वाले अमृतसर दक्षिण के विधायक डा. इंदरबीर सिंह निज्जर, गुरुहरसहाय के विधायक फौजा सिंह सरारी, समाना के विधायक चेतन सिंह जोड़ामाजरा और खरड़ से महिला विधायक अनमोल गगन मान शामिल हैं।

आम आदमी पार्टी ने पहली बार चुनाव जीतने वाले विधायकों पर ज्यादा भरोसा जताया है। वित्त मंत्री हरपाल चीमा और शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के बाद अमन अरोड़ा ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने लगातार दो बार चुनाव जीता है। जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा 11 मंत्री पहली बार विधायक बने हैं।

मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों को अभी विभाग नहीं दिए गए हैं। विभागों के बंटवारे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत आज बैठक कर रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अमन अरोड़ा को स्थानीय निकाय विभाग, डा. इंदरबीर सिंह निज्जर को स्वास्थ्य विभाग एवं मेडिकल एजुकेशन, अनमोल गगन मान को खेल व सांस्कृतिक मामले, फौजा सिंह को पशुपालन विभाग और चेतन सिंह जोड़ामाजरा को सहकारिता विभाग दिया जा सकता है।

संसदीय क्षेत्र संगरूर की सरदारी कायम

मान सरकार में अमन अरोड़ा और डा. निज्जर को मंत्री पद मिलने के बाद जिला संगरूर और अमृतसर से मान मंत्रिमंडल में तीन-तीन मंत्री हो गए हैं। वहीं संसदीय क्षेत्र की बात करें तो मंत्रिमंडल में संगरूर की सरदारी कायम हो गई है।

मुख्यमंत्री मान, वित्त मंत्री हरपाल चीमा, शिक्षा मंत्री मीत हेयर और नए मंत्री अमन अरोड़ा इसी संसदीय क्षेत्र के अधीन आतीं विधानसभा सीटों से चुनाव जीते हैं। इसके अलावा मंत्रिमंडल में फिरोजपुर, मोहाली और पटियाला जिलों को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार मुख्यमंत्री सहित 18 मंत्री बना सकती है। इस लिहाज से अभी तीन और मंत्री बनाए जा सकते हैं

पुलिस इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए सरारी बने मंत्री

मंत्री फौजा सिंह सरारी 1982 में ग्रेजुएशन करने के बाद 1984 में पुलिस में भर्ती हो गए थे। करीब 38 वर्ष तक पुलिस में सेवाएं देने के बाद 2020 में बठिंडा से इंस्पेक्टर पद से रिटायर हुए। 2022 में आप ने उन्हें टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था और उन्होंने जीत दर्ज की। आप ने सरारी को मंत्री बनाकर राय सिख बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है

अपहर्ताओं से भिड़े थे जोड़ामाजरा, गर्दन के पास लगी थी गोली

मंत्री चेतन सिंह जोड़ामाजरा पेशे से कृषक हैं। मार्च 2019 में उन्हें अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी। दरअसल, तरनतारन में कुछ लोग एक युवती के अपहरण की कोशिश कर रहे थे तो युवती को बचाने के लिए जोड़ामाजरा उनसे भिड़ गए। अपहरण की कोशिश करने वालों ने उनकी गर्दन के पास गोली मार दी थी।

पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे अरोड़ा

विधानसभा चुनाव पूरे प्रदेश में सर्वाधिक 75277 वोट के अंतर से जीत दर्ज करने वाले मंत्री अमन अरोड़ा अपने पिता की राजनीतिक को आगे बढ़ाएंगे। उनके पिता दिवंगत कांग्रेस नेता भगवान दास अरोड़ा के निधन के 22 वर्ष बाद अमन अरोड़ा को मंत्री पद मिला है। पेशे से बिजनेसमैन अमन दूसरी बार सुनाम से चुनाव जीते हैं। उनके पिता 1995 में कांग्रेस सरकार में मंत्री थे।

सीकेडी के अध्यक्ष भी हैं मंत्री डा. निज्जर

मंत्री डा. इंदरबीर सिंह निज्जर एसजीपीसी के बाद सिखों की दूसरी बड़ी संस्था चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से एमडी रेडियो डायग्नोस्टिक की शिक्षा हासिल करने के बाद 1980 में जम्मू कश्मीर यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की। वह अपना स्कै¨नग सेंटर चलाते हैं। डा. निज्जर 2017 में भी चुनाव लड़े थे लेकिन जीत नहीं पाए।

गायकी के रास्ते राजनीति में प्रवेश, मिला मंत्री पद

मंत्री अनमोल गगन मान मूलरूप से जिला मानसा के गांव खिलण की रहने वाली हैं। गायकी से करियर की शुरुआत करने वाली अनमोल वहलंबे समय से मोहाली में रह रहीं हैं और खरड़ से विधायक चुनी गईं। वह आप के यूथ विंग की प्रदेश उप अध्यक्ष भी रह चुकीं हैं। किसान परिवार में पैदा हुईं अनमोल ने गायकी से राजनीति में कदम रखा और अब मंत्री बन गई हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button