उत्तराखण्ड

नैनी झील विश्व पटल पर विख्यात है, संरक्षण के हरसंभव प्रयास जरूरी: सांसद अनिल बलूनी

नैनीताल-
राजभवन नैनीताल में अधिकारियों की बैठक लेते हुये राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने नैनीझील के गिरते जल स्तर पर चिन्ता व्यक्त करते हुये झील संरक्षण एवं नैनीताल में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की सर्वे कराने के निर्देश दिये।
श्री बलूनी ने कहा कि नैनीझील उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर विख्यात है जिसे देखने विश्वभर के पर्यटक नैनीताल आते हैं व झील को लेकर ही नैनीताल शहर है। उन्होंने कहा कि झील को बचाने हेतु सभी विकल्पों पर विचार किया जाय व भविष्य को देखते हुये शहर के पेयजल आपूर्ति हेतु झील के अलावा अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाओं को खोजा जाय। भारत सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने नैनीताल में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु कोसी अथवा गौला से पम्पिंग योजना की फिजिविल्टी का सर्वे कर देने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि नैनीझील के नालों की नियमित सफाई का कार्य किया जा रहा है। साथ ही नैनीताल शहर के घरों का वर्षाजल भी नालों के द्वारा नैनीझील में लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सूखाताल को रिचार्ज करने का 9.50 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। नैनीताल शहर में रोस्टिंग कर पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष तालाब का जल स्तर 1 जून को 1.55 ऋणात्मक है, जबकि गतवर्ष 6.65 ऋणात्मक था।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खण्डूरी, प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजूलाल, अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह, अधीक्षण अभियंता सिंचाई डीएस पतियाल, अधिशासी अभियंता हरीश चन्द्र सिंह, लोक निर्माण सीएस नेगी, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका रोहिताश शर्मा आदि मौजूद थे।

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