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आंदोलन में आई चार महिला किसानों को तेज रफ्तार डंपर ने रौंदा

झज्जर रोड पर बाईपास के फ्लाईओवर के नीचे ऑटो की प्रतीक्षा कर रही आंदोलन में आई चार महिला किसानों को तेज रफ्तार डंपर ने रौंद दिया। इनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला किसान गंभीर हो गई। उसके एक पैर में फ्रैक्चर हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शव गृह में भेज दिया है। घटना के बाद चालक डंपर को छोड़कर फरार हो गया। पुलिस की ओर से उसकी तलाश की जा रही है।

वीरवार सुबह करीब 6:15 बजे किसान आंदोलन में छिंदर कौर पत्नी भान सिंह उम्र 60 साल, अमरजीत कौर पत्नी हरजीत सिंह उम्र 58 वर्ष, गुरमेल कौर पत्नी भोला सिंह उम्र करीब 60 वर्ष जो झज्जर रोड फ्लाईओवर के पास रहते थी और अपनी बारी खत्म कर पंजाब जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रही थी। वे डिवाइडर पर बैठी थी। तभी झज्जर की तरफ से आ रहे डंपर नंबर एचआर 55 N-2287 ने टक्कर मार दी।

जिसमें उक्त तीनों की मृत्यु हो गई व गुरमेल कौर पत्नी मेहर सिंह उम्र करीब 60 वर्ष के पैर में फ्रैक्चर हो गया, जिसे सामान्य अस्पताल बहादुरगढ़ से पीजीआईएमएस रोहतक रेफर किया गया है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है। मृतक महिलाएं उगराहा ग्रुप की सदस्‍य थी। यहां आंदोलनकारी एकत्र होने लगे हैं तनाव की स्थिति बन सकती है।

बता दें कि हाल में ही झज्‍जर में एक और दहला देने वाला हादसा हुआ था। जिसमें एक ही कार में सवार होकर जा रहे एक परिवार के 11 लोगों को ट्रक ने रौंद दिया था। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई थी और कार के चालक समेत एक महिला और उसकी बेटी की जान बची है। वहीं इस हादसे को देखने के लिए एक अन्‍य कार चालक ने जब स्‍पीड धीरे की तो पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे भी टक्‍कर मार दी थी इसमें इस कार के चालक की मौत हो गई थी और छह लोग घायल हो गए थे। ऐसे में इस हादसे में कुल नौ लोगों की मौत हो गई थी। अब करीब एक सप्‍ताह बाद ही यह हादसा सामने आया है।

पोस्‍टमार्टम नहीं करवाने पर अड़े आंदोलनकारी

आंदोलनकारी मृतक महिलाओं के शवों का पोस्‍टमार्टम नहीं करवाने पर अड़ गए हैं। पुलिस उन्‍हें समझाने की कोशिश में लगी हुई है। आंदोलनकारियों का कहना है कि एक साजिश के तहत महिला किसानों का रौंदा गया है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। वहीं पुलिस इसे हादसा ही मान रही है। प‍ुलिस किसी तरह का तनाव न बने इस प्रयास में जुटी हुई है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा की ओर से मृतक महिलाओं के परिवार को 10-10 लाख रुपये, परिवार का सारा कर्ज माफी और परिवार के एक एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

आंदोलनकारियों से बाचतीच करते हुए पुलिस अधिकारी

गौरतलब है कि झज्‍जर और बहादुरगढ़ में भारी वाहनों का आवागमन ज्‍यादा रहता है। यहीं से कुंडली मानेसर पलवल हाईवे भी गुजरता है। इस क्षेत्र में हादसे होते रहते हैं। मगर कई बार हादसे इतने खतरनाक होते हैं कि दिल दहला देते हैं। हाल में ही हुए एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत की घटना का जिक्र खत्‍म भी नहीं हुआ था कि ये नया हादसा हो गया।

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