फिरहाद हकीम ने मतदाताओं को पार्टी के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए चुनाव आयोग का नोटिस
कोलकाता, चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम को कथित रूप से हिंसा भड़काने वाले भाषण देने पर मंगलवार देर शाम कारण बताओ नोटिस नोटिस जारी किया है। साथ ही केंद्रीय बलों के खिलाफ कथित बयान को लेकर भी चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है। आयोग ने मंत्री हकीम को अपनी टिप्पणियों पर जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है।आयोग ने भाजपा की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की है।
प्रदेश भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में चुनाव आयोग से शिकायत कर आरोप लगाया था कि मंत्री फिरहाद हकीम ने मतदाताओं को पार्टी के खिलाफ हिंसा करने के लिए उकसाया है। नोटिस में कहा गया है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता ने लोगों से भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला करने को कहा था।
बता दें कि इससे पहले इसी महीने 13 अप्रैल को फिरहाद हकीम ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि वो ध्रुवीकरण की राजनीति को और आगे बढ़ाने की कोशिश के तहत उनकी धार्मिक पहचान को निशाना बना रही है। हकीम ने भाजपा के इस दावे की आलोचना की कि वो राज्य को मिनी पाकिस्तान बना देंगे। उन्होंने कहा कि वो राष्ट्रवादी हैं और राजनीति के धुव्रीकरण की कोशिश भारतीय संविधान की भावना के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि मैं एक भारतीय के रूप में अंतिम सांस लूंगा और मेरी कब्र इसी जमीन पर होगी। हकीम ने कहा कि भाजपा को मोदी और शाह की संयुक्त साझेदारी चला रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने ममता दीदी और हमारी पार्टी के अन्य नेताओं पर व्यक्तिगत हमले करके चुनाव का स्तर बहुत गिरा दिया है। केवल व्यक्तिगत हमले करना राजनीति नहीं हो सकती। बंगाल के लिए उनके पास क्या एजेंडा है।