उत्तराखण्ड

लॉकडाउन करने के बाद भी कहीं लोग सड़कों पर नजर आए, सीएम बोले कोरोना से बचाव के लिए किया लॉकडाउन

उत्‍तराखंड में लॉकडाउन के पहले दिन मिलाजुला असर देखने को मिला। कहीं कर्फ्यू जैसी स्थिति रही तो कहीं लोग सड़कों पर नजर आए। हलांकि, पुलिस टीम लोगों रोक कर पूछताछ कर रही है। ऋषिकेश में बड़ी संख्या में बड़े शहरों से पहाड़ लौटने वाले लोग चार धाम यात्रा बस संचालन केंद्र पहुंचे। इतनी भीड़ को यहां देख कर पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। यहां तीन विदेशियों को ना तो होटल और ना ही धर्मशाला मिली। जिसके कारण तीनों ने रात खुले आसमान के नीचे बिताई। वहीं, आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रशासनिक अधिकारियों को लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी आग्रह किया है कि “कोरोना वायरस संक्रमण” के बचाव के लिए राज्य में 31 मार्च 2020 तक लॉकडाउन किया गया है। आपका सुखद स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। आपको अवगत करवा दें कि आवश्यक सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। अतः आप इस अवधि तक अपना-अपना सहयोग दें। कृपया इस अवधि में अपने घर पर ही बनें रहें।

कोरोना वायरस हमारे लिए एक नई चुनौति लेकर आया है। इस चुनौति से निपटने लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। बिजली, पानी, हेल्थ, सेनिटेशन, परिवहन जैसी आवश्यक सुविधाएं पहले की ही तरह उपलब्ध हैं। खाद्यान्न, तेल सब्जियां, फल, पेट्रोल, डीजल आदि रोजमर्रा की जरूरतों की सप्लाई में भी किसी तरह की कमी नहीं है। आगे भी सभी आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित की जाएंगी।

हमारे लिए आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी प्रामाणिक सूचनाओं पर विश्वास रखें। कृपया लॉकडाउन के दौरान बाहर बिल्कुल न निकलें।

हम जितनी सावधानी बरतेंगे, उतनी जल्दी कोरोना से निजात पा सकेंगे: हरबंस कपूर

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान विधायक हरबंस कपूर ने कोरोना की रोकथाम के लिए मुख्य विकास अधिकारी को विधायक निधि से 15 लाख की धनराशि स्वास्थ्य विभाग को अवमुक्त करने के लिए कहा है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना से हम सबको मिलकर लड़ना है और अपने देश को सुरक्षित बनाना है। मेरे इस प्रयास से स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के मरीजों के इलाज में जरूर कुछ न कुछ मदद मिलेगी। 31 मार्च तक लाकडाउन है, मेरी पूरे देहरादून की जनता से अपील भी है कि जरूरत पर ही बाहर निकले। क्योंकि हम जितनी सावधानी बरतेंगे, उतनी जल्दी कोरोना से निजात पा सकेंगे।

अफवाह फैलाने पर आठ लोगों पर मुकदमा

रुद्रपुर में ट्रांजिट कैंप में घरों के बाहर आग जलाने और रम्पुरा में लोगों के घरों के दरवाजे खटखटाकर कोरोना की अफवाह फैलाने वाले आठ लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक रम्पुरा के रेशमबाड़ी में रविवार देर रात 12 बजे से सुबह तीन बजे तक कुछ युवक मोहल्ले में घर-घर जाकर दरवाजों पर लाठियां मार रहे थे। इस दौरान वह कह रहे थे कि जागते रहो, जागते रहो, कोरोना आया, जो सोया है वह सोया ही रह जाएगा। यह सुनकर लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट, रम्पुरा चौकी प्रभारी केजी मठपाल पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जानकारी ली। इस दौरान मोहल्ले के लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले युवकों की पहचान रेशमबाड़ी निवासी कल्लू उर्फ भारत पुत्र लाला राम, अंकित, शिवलाल, अंकित, अमन, अभिषेक गोस्वामी, मिंकल पुत्र मोहन स्वरूप के रूप में की। बाद में पुलिस ने कोरोना की अफवाह फैलाने वाले सातों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इधर, ट्रांजिट कैंप में कोरोना को लेकर देर रात कालू निवासी ट्रांजिट कैंप ने लोगों से घरों के बाहर आग जलाने की अफवाह फैलाई थी। इस मामले में भी पुलिस ने कालू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

उत्‍तकराशी में मुख्‍य बाजार में पसरा सन्‍नाटा

उत्तरकाशी में लॉकडाउन के आदेश के बाद सोमवार सुबह उत्तरकाशी मुख्य बाजार में सन्नाटा दिखा। यहां बस और टैक्सियों का संचालन पूरी तरह से बंद है, लेकिन चाय की ठेली और कुछ स्थानों पर लोगों का जमावड़ भी दिखा।

हरिद्वार में कर्फ्यू जैसी स्थिति

लॉकडाउन के चलते हरिद्वार में सुबह के वक्त जनता कर्फ्यू जैसी स्थिति है। हालांकि कुछ लोग वस्तु स्थिति जानने के लिए कि प्रशासन इस दौरान क्या-क्या व्यवस्था की हुई है, सड़कों पर निकले हैं। फिलहाल, अभी दुकानें आदि नहीं खुली हैं।

आवश्‍यक सेवा वाली दुकानें खुली

लॉकडाउन के आदेश के बाद कोटद्वार में सोमवार सुबह आवश्यक सेवा वाली दुकाने खुली, जबकि अन्य दुकानों के शटर गिरे रहे हैं। जीएमओयू और रोडवेज की बसों का संचालन पूरी तरह बंद रहा, जबकि तड़के पर्वतीय क्षेत्रों के लिए इक्का-दुक्का टैक्सिया संचालित हुई। सड़कों पर सुबह के वक्त थ्री व्हीलर वाहन सवारियों को ढोते नजर आए। मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों से किसी तरह कोटद्वार तक पहुंच चुके यात्री अपने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वाहनों का इंतजार करते दिखे। लॉकडाउन के चलते भले ही अंतर राज्य सीमा को सील किया गया, लेकिन मैदानी क्षेत्रों से बाइक सवार यात्री लगातार कोटद्वार की ओर आते दिखे। सुबह के वक्त कौड़िया चेक पोस्ट को छोड़ पूरे क्षेत्र में कहीं पुलिस टीम नजर नहीं आई।

रायवाला में सुबह के समय खुली कुछ दुकानें

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तराखंड सरकार की ओर से लॉकडाउन किया गया है। सुबह के वक्त काफी दुकानें खुली। लॉकडाउन को देखते हुए लोग सब्जी आदि जरूरी सामान खरीदने के लिए दुकानों पर पहुंच गए। वहीं, रायवाला पुलिस ने रायवाला बाजार में कई खुले व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करा दिया है। लोगों को अनावश्यक इधर-उधर आवाजाही के लिए मना किया जा रहा है। ई- रिक्शा, ऑटो, विक्रम को भी सड़क पर नहीं चलने को कहा गया है। रिक्शा और ऑटो स्टैंड पर खड़े वाहन चालकों को हिदायत देकर वापस घर भेज दिया गया। रायवाला के थाना अध्यक्ष हेमंत खंडूड़ी ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के तहत आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा अन्य किसी को भी इधर से उधर आने जाने की अनुमति नहीं है। आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति सुचारू रहे इसके लिए पुलिस प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। अधिकारियों के निर्देशानुसार जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

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