कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को नहीं मिली जगह, जिसको लेकर पार्टी में बगावत
पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। स्टार प्रचारकों की इस सूची में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को जगह नहीं मिली है। जिसको लेकर पार्टी में बगावत के सुर एक बार फिर उठने लगे हैं। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्टार प्रचारकों की सूची को लेकर ट्वीट करके सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि, अगर यह दूसरी तरह से होता तो मुझे सुखद आश्चर्य होता।
दरअसल, पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए जैसे ही कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की, उसे लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता दो गुटों में बंट गए। कुछ नेताओं ने इस पर अपनी खुशी जाहिर की, तो किसी ने स्टार प्रचारकों की सूची पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पूरे मामले पर एएनआइ से कहा कि, मुझे आश्चर्य होता अगर मेरा नाम उसमें होता, लेकिन वजह तो सभी जानते हैं। जहां तक हिंदू-सिख का सवाल है, पंजाब में यह कभी कोई मुद्दा नहीं रहा। अगर कभी ये मुद्दा होता तो मैं श्री आनंदपुर साहिब से सांसद नहीं होता। उन्होंने कहा कि, पंजाब में हिंदू और सिख में कोई अंतर नहीं है। यह सच है कि शायद उस समय सुनील जाखड़ को रोकने के लिए दिल्ली में बैठे किसी ‘मठाधीश’ ने इतनी संकीर्ण मानसिकता का इस्तेमाल किया होगा।
उन्होंने आगे कहा, एक सांसद और एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में, मैं व्यक्तिगत रूप से सोचता हूं कि लोकतंत्र में सीएम चुनने का अधिकार निर्वाचित विधायकों के पास होता है। अभियान का नेतृत्व कौन करेगा, अभियान का चेहरा कौन बनेगा, यह पार्टी तय कर सकती है।
इससे पहले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, अगर यह दूसरी तरह से होता तो मुझे सुखद आश्चर्य होता, ऐसा किए जाने की वजह भी अब गुप्त नहीं रही है। उनके इस ट्वीट पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने कांग्रेस पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि, ‘@INCPunjab के मामलों में स्थिति दुखद है क्योंकि उन लोगों ने एक प्रमुख वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पंजाब के सांसद और पूर्व मंत्री @ManishTewari जी को पंजाब चुनाव में प्रचार करने के लिए बनी स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया है। इस तरह के संकीर्ण सोच वाले कदम कांग्रेस को चुनाव जीतने में कभी मदद नहीं करेंगे’।
अभिजीत मुखर्जी के इस प्रतिक्रिया पर मनीष तिवारी ने उन्हें टैग करते हुए लिखा है कि, अगर यह दूसरी तरह से होता तो मुझे सुखद आश्चर्य होता। अभिजीत दा। जिसके बाद अभिजीत मुखर्जी ने एक ओर ट्वीट किया, उन्होंने लिखा, ‘भाई @ManishTewari जी, हमारे लोग अपने वोट से ही ऐसी द्विदलीय मानसिकता का एकमात्र जवाब दे सकते हैं। चाहे कुछ भी हो जाए, आप हमेशा अदम्य बने रहेंगे। आप हमेशा सबसे बेहतरीन सांसदों में से एक रहे हैं जिन्हें मैंने देखा है, और यही मेरे दिवंगत पिता की भी राय रही है।
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, इस लिस्ट में कांग्रेस के प्रमुख जी-23 नेताओं में शामिल गुलाम नबी आजाद और मनीष तिवारी के नाम गायब थे। साथ ही पंजाब से अंबिका सोनी और प्रताप सिंह बाजवा को छोड़कर पार्टी के कई सांसदों को इसमें जगह नहीं मिली है। वहीं, दलित वोट बैंक को देखते हुए लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को इस लिस्ट में जगह दी गई है। इसके अलावा दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।
इसके साथ ही हरियाणा के चार बड़े नाम भूपिंदर हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा को भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में जगह दी गई है। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल आनंदपुर साहिब जैसी सीट से जीते हिंदू चेहरे मनीष तिवारी को लेकर है, उन्हें कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारकों की सूची से दरकिनार कर दिया है। राज्य में लगभग 40 प्रतिशत हिंदू हैं।
इससे पहले पार्टी के एक अन्य हिंदू चेहरे सुनील जाखड़ ने भी यह बयान देकर हलचल मचा दी थी कि क्योंकि वह हिंदू हैं, इसलिए सीएम के लिए 40 विधायकों के समर्थन के बाद भी उन्हें यह पद नहीं मिला। लेकिन सुनील जाखड़ को पंजाब चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में जगह दी गई है। पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।