मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा की तैयारियों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी मंगलवार की सुबह धाम पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने यहां केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। साथ ही उन्होंने इस दौरान आगामी केदारनाथ यात्रा की तैयारियों का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। परिसर के आस-पास हो रहे पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी ली। वहीं उन्होंने कालीमठ मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
श्रमिकों का हालचाल जाना
मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी के निर्माण में अहम योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल जाना व उनकी हर समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों से वार्ता कर निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओं को जाना व उनके अहम योगदान के लिये धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे, निर्माणाधीन सामग्री को हटाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। साथ ही बरसात के दौरान यात्रियों की सुविधा अनुसार ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जाएगा। वर्तमान में केदारनाथ धाम के निर्माण हेतु करीब 700 श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया केदारघाटी में ब्रह्म कमल वाटर पार्क का निर्माण किया जाएगा।
वहीं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ ट्रैक की जानकारी लेते हुए यात्रियों की सुविधा अनुसार विभिन्न जगहों पर ठहरने, पानी एवं बरसात के दौरान रैन सेटर के निर्माण कार्यों में गति लाने की बात कही। धामी ने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ रेलिंग के निर्माण कराए जाने की बात कही।
साथ ही उन्होंने वासुकी ताल ट्रैक को विकसित किए जाने से संबंधित जानकारी लेते हुए इसमें शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी का निर्माण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपनों अनुसार किए जाने की बात कही। विधायक शैला रानी रावत, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
छह मई को खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट
वहीं धामी के केदारनाथ दौरे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छह मई को केदारनाथ धाम आगमन की संभावनाओं से जोड़कर भी देखा जा रहा है। बता दें कि आगामी छह मई को केदारनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मिला
वहीं शासन में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अभी तक प्रधानमंत्री का कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मिला है, लेकिन यदि वह आते हैं तो शासन-प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी हैं।
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी को जब भी समय मिलता है, वह बाबा केदार के दर्शन को चले आते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की केदारनाथ धाम के प्रति अगाध आस्था है। केदारपुरी पुनर्निर्माण उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है।
केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्य प्राथमिकता: डीएम
रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी के रूप में वर्ष 2013 के आइएएस मयूर दीक्षित ने कार्यभार संभाल लिया है। इससे पहले वह उत्तरकाशी के डीएम थे। कोषागार में वित्त से संबंधित चार्ज संभालने के बाद कलेक्ट्रेट में अधिकारी व कर्मचारियों के साथ डीएम ने बैठक की। डीएम ने केदारनाथ यात्रा को बेहतर करने व केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करने को अपनी प्राथमिकता बताया।
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ यात्रा पर आने वाले भक्तों को बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी। यात्रा से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य को गति दी जाएगी। नेशनल हाईवे, आलवेदर रोड, रेलवे से जुड़े कार्यों को गति दी जाएगी।
स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के साथ ही आजीविका पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि वन क्षेत्र हो या सिविल क्षेत्र जहां भी आग लगी हो, उस पर नियंत्रण के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएं। कहा कि सभी विभागीय अधिकारी और कर्मचारी जंगलों की आग के प्रति सूचित करें।
ग्राम प्रधान हो या जनप्रतिनिधि आग के मसले पर मिलकर कार्य करें। जिलाधिकारी ने कहा कि केदारनाथ का निरीक्षण करने के बाद वह यात्रा मार्ग में पार्किंग और अन्य जरूरी सुविधाएं जुटाने के प्रयास करेंगे। यात्रा मार्ग पर जरूरत के अनुसार पुलिस फोर्स बढ़ाई जाएगी।