श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 66वीं पुण्यतिथि पर योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि
लखनऊ,जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने इस अवसर पर लखनऊ के सिविल अस्पताल में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री समेत सरकार के कई मंत्री और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा देने और देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं। सिविल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने संविधान में चोरी छिपे धारा 370 को जोड़ने का कुत्सित कार्य किया था तो उसका विरोध डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था। उन्होंने उस वक्त नारा दिया कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे। इसके खिलाफ उन्होंने देश में आंदोलन चलाया और एक साजिश का शिकार बने। 1953 में आज ही के दिन उनका महान बलिदान देश की एकता का आधार बना।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर पर लगा अनुच्छेद-370 का दंश हमेशा के लिए मिट गया। जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने करीब चार दशक पहले ही इस सपने को देखा था कि ‘एक विधान, एक निशान और एक प्रधान’ के लिए ही उन्होंने बालिदान दिया। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, महान शिक्षाविद्, भारतीय जनसंघ के संस्थापक और अंत्योदय को देश की प्रगति का आधार मानने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनके चरणों मे कोटि-कोटि वंदन।
यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश की एकता और अखंडता के लिए प्रथम बलिदानी योद्धा एवं भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर शत-शत नमन। मां भारती के मुकुट के लिए दिया गया प्राणों का बलिदान यह राष्ट्र और यह संगठन कभी क्षण भर के लिए भी विस्मृत नहीं कर सकेगा।