तिरुवनन्तपुरम। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज हिंदू एक्य वेदी (एचआइ) की नेता केपी शशिकला सबरीमाला मंदिर दर्शन के लिए पहुंचीं। इससे पहले शुक्रवार को उन्हें उस वक्त हिरासत में ले लिया गया था, जब वे प्रशासन के आदेश की अवहेलना कर सबरीमाला मंदिर परिसर में जाने की कोशिश कर रही थीं। हालांकि, दर्शन के बाद वापस लौट आने के आश्वासन के बाद उन्हें मंदिर जाने की इजाजत दी गई थी। वहीं, केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोन्स भी सोमवार सुबह हालात का जायजा लेने सबरीमाला पहुंचे।
श्रद्धालु आतंकी नहीं हैं : केंद्रीय मंत्री अल्फोन्स
वहीं, सबरीमाला मंदिर में भारी पुलिस बल की तैनाती पर सवाल उठाते हुए अल्फोन्स ने कहा कि इमरजेंसी से बदतर हालात हो गए हैं। भक्तों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा। बेवजह धारा 144 लगा रखी गई है। भक्त आतंकी नहीं हैं, फिर उन्हें (सरकार को) 15 हजार पुलिसकर्मियों की जरूरत क्यों है?’
शशिकला को शर्त पर जाने की मिली इजाजत
70 श्रद्धालुओं के हिरासत लिए जाने के खिलाफ छिड़े विरोध प्रदर्शन में शशिकला भी शामिल थीं। शशिकला को मंदिर की पहाड़ी पर जाने की इजाजत इस शर्त पर दी गई कि वे पूजा-अर्चना कर वापस लौट आएंगी। उन्हें यह आश्वासन देने के लिए कहा गया था कि वह मंदिर के शीर्ष पर शिविर नहीं करेगी यानी वहां नहीं रुकेंगी।
मुख्यमंत्री निवास के बाहर भाजपा का प्रदर्शन
इससे पहले रविवार देर शाम सबरीमाला मंदिर में 70 से ज्यादा लोगों की हिरासत के खिलाफ भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के तिरुवनंतपुरम में नन्थान्कोदु स्थित आधिकारिक निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। इस बीच शांतिपूर्वक तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए भाजपा नेता राज्यपाल पी सतशिवम से भी मिलेंगे।
कांग्रेस ने की पुलिस कार्रवाई की निंदा
भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस ने भी पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। कांग्रेस ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए रविवार की रात मंदिर के शीर्ष पर 70 से ज्यादा लोगों को रोकने की पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। विपक्षी नेता ने कहा है कि सरकार ने मंदिर को पुलिस के हवाले कर दिया है।
नौसेना का हवाई सर्वेक्षण
माहौल को देखते हुए सबरीमाला मंदिर के आसपास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। नौसेना के हेलीकॉप्टरों को मंदिर की शीर्ष की स्थिति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण पर लगाया गया है। राज्य सरकार ने निगरानी के लिए नौसेना की मदद मांगी थी।
राज्यपाल से मिली सबरीमाला कर्म समिति
विवाद को लेकर सबरीमाला कर्म समिति ने राज्यपाल पी सतशिवम से मुलाकात की और मंदिर की शीर्ष पर शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा को सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की।