अमेठी। भाजपा कार्यकर्ता और अमेठी के बरौलिया के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की शनिवार देर रात हत्या के बाद भाजपा की नवनिर्वाचित सांसद की सक्रियता और अपने कार्यकर्ता के लिए जूझने का जज्बा देख अमेठी की जनता बहुत कुछ सोचने पर विवश है।
रविवार को स्मृति ने अपने कार्यकर्ता के चरणों में अपना शीश रख दिया, उसका संदेश दूर तक जाएगा। रविवार को दिवंगत पूर्व प्रधान के घर स्मृति का पारिवारिक सदस्य की तरह शोक में शामिल होने व अंतिम यात्र में अर्थी को कंधा देने व इस मामले में दोषियों को सजा दिलाने का प्रण लेने की चर्चा सोमवार को भी पूरे दिन आसपास के गांवों-घरों में होती रही।
सांसद के अपने कार्यकर्ता व उसके परिवार के प्रति सजग व जिम्मेदार होने की झलक देख भाजपा ही नहीं अपितु दूसरे दलों के लोग भी प्रभावित हैं। सबकी जुबान पर बस एक ही बात है कि दीदी स्मृति ने जो किया है वह कोई और नहीं कर सकता है।
दीदी ने वादा किया है तो फर्ज जरूर निभाएंगी
पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह के गांव बरौलिया में तो इसी बात की चर्चा है कि दीदी ने वादा किया है तो वह अपना फर्ज जरूर निभाएंगी। वहीं, जायस के अशोक मौर्य कहते हैं कि दीदी ने अपने कार्यकर्ता को जिस तरह सम्मान दिया, उसने सभी कार्यकर्ताओं के मन में उनके प्रति आस्था व विश्वास को और मजबूत बना दिया है।
बछलाही के रणवीर सिंह ने कहा कि दीदी ने अपने सभी रिश्तों का जिस तरह से एक साथ निर्वहन किया है, एक मिसाल है। भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि दीदी के दिल में अमेठी के एक-एक कार्यकर्ता के लिए सम्मान का भाव है। वह अमेठी को अपना परिवार मानती हैं। यहां के हर सुख-दुख को अपना समझती हैं।
कांग्रेस ने की हत्या की निंदा
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अनिल सिंह ने बरौलिया के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस जिला प्रशासन से अपेक्षा करती है कि सही व उचित कार्रवाई करते हुए दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे। सुरेंद्र सिंह भाजपा कार्यकर्ता के साथ ही एक समाजसेवी भी थे। उनकी हत्या से अमेठी की बड़ी क्षति हुई है। भाजपा की केंद्र व राज्य में सरकार है। उसे गंभीरता पूर्वक निष्पक्ष व त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे पूरे मामले की सही तस्वीर सार्वजनिक हो।
फरार आरोपितों की तलाश में जुटी हैं पुलिस टीमें
भाजपा नेता व पूर्व प्रधान की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच नामजद आरोपितों में से तीन को गिरफ्तार करने व उनके पास से तमंचा, खून से सना गमछा व मोबाइल फोन बरामद करने का दावा किया है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि प्रधानी चुनाव की रंजिश में पूर्व प्रधान की हत्या की बात अब तक की जांच में सामने आई है। आगे की तस्वीर दोनों अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद साफ होगी। फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं, जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी।
एसपी का कहना है कि दिवंगत पूर्व प्रधान व पकड़े गए आरोपितों के बीच पहले भी विवाद हो चुका है, जिसका मामला थाने में दर्ज है। वहीं जब जामो पुलिस से संपर्क किया गया तो उसने किसी भी पुराने मामले के दर्ज होने की बात से इन्कार किया। इस बाबत जब एसपी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा।