डिसीजन रिव्यू सिस्टम की पारदर्शिता पर उठे सवाल, बोले विराट-‘यह हर बार नहीं होता सही’
नई दिल्ली। India vs Australia, मौजूदा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही वनडे सीरीज के लगातार दो मुकाबलों में डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) की पारदर्शिता पर सवाल खड़े होने लगे हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इस पर निराशा जताते हुए कहा कि यह हर बार सही नहीं होता है। मोहाली में रविवार को खेले गए चौथे वनडे में तीसरे अंपायर ने टर्नर को आउट नहीं दिया था। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की पारी के 44वें ओवर की चौथी गेंद पर यह सब हुआ। चहल ने टर्नर को गेंद की। यह गेंद ऑफ स्टंप पर वाइड नजर आई। पीछे खड़े पंत ने पहले टर्नर की गिल्लियां बिखेर दी। पंत को कुछ महसूस हुआ और उन्होंने विराट कोहली से रिव्यू लेने के लिए कहा।
रिव्यू में दिखा कि टर्नर स्टंप आउट नहीं हैं। इस दौरान स्निकोमीटर में नजर आया कि जब टर्नर गेंद को खेल रहे थे तो गेंद और बल्ले में संपर्क हुआ है। विराट और पूरी टीम को उम्मीद थी कि अंपायर इसे आउट करार देंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और कोहली ने अपना सिर पकड़ लिया।
टर्नर को आउट नहीं देने का असली कारण यह था कि जब स्निकोमीटर एज दिखा रहा था उस वक्त गेंद बल्ले से काफी पीछे जा चुकी थी। यानि गेंद और बल्ले में संपर्क होने का कोई कारण ही नहीं था। कंमेटेटर और पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी मैच के दौरान टीवी पर कहा था कि जिस वक्त स्निकोमीटर एज दिखा रहा था, उस वक्त गेंद बल्ले के पास से गुजर चुकी थी। ऐसे में संपर्क का कोई सवाल ही नहीं था।
मैच के बाद कोहली ने कहा था कि डीआरएस का यह फैसला विवादास्पद था। यह थोड़ा चौंकाने वाला था। अगर टर्नर उस वक्त आउट हो जाते तो हम मैच जीत सकते थे, लेकिन यह हमारे क्षेत्र से बाहर है। कोहली ने कहा कि डीआरएस पर अब बात होनी चाहिए। ऐसा ही कुछ रांची वनडे में भी देखा गया, जहां बॉल ट्रैकिंग प्रोजेक्शन में गलती दिखाई दी। जब ऑस्टेलियाई कप्तान आरोन फिंच को कुलदीप यादव ने एलबीडब्ल्यू कर दिया था। 32वें ओवर में ऑस्टेलियाई कप्तान के पिछले पैड में गेंद लगी, मैदानी अंपायर सी शम्सुददीन ने इसे आउट दे दिया। फिंच ने रिव्यू मांगा। रिव्यू में आया कि गेंद लेग स्टंप पर टप्पा खाई है। गेंद अगर लेग स्टंप पर भी टप्पा खा रही थी तो भी स्टंप पर टकरा रही थी।