विपक्ष द्वारा एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने पर प्रधानमंत्री ने जनता से की अपील-‘विपक्ष से उनके बयानों पर करें सवाल’
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, विपक्ष बार-बार हमारी सेना का अपमान करता है और जनता इसके लिए उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे विपक्ष के नेताओं से उनके बयानों पर सवाल करें। उन्होंने कहा, विपक्ष से कहें कि 130 करोड़ भारतीय विपक्ष की हरकतों को न तो भूलेंगे और ही माफ करेंगे, #JantaMaafNahiKaregi।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा ने बालाकोट में हुए एयरस्ट्राइक पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए और करीब 300 आतंकियों के मारे जाने के दावे पर भी सवालिया निशान खड़े किए। इस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष के सबसे भरोसेमंद सलाहकार और गाइड ने कांग्रेस की तरफ से पाकिस्तान के नेशनल डे सेलिब्रेशन की शानदार शुरुआत कर दी है। विडम्बना यह है कि यह सब सेना के अपमान के साथ हुआ। शर्मनाक!’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की राजसी वंशवादी राजनीति का भी जिक्र किया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कांग्रेस राजशाही वंश के भरोसेमंद दरबारी ने वही बात कह दी, जो देश जानता है। कांग्रेस आतंकियों को सबक सिखाना नहीं चाहती। यह नया भारत है। हम आतंकियों को उसी भाषा में जवाब देंगे, जो भाषा वह समझते हैं।
आतंकियों को माफी देने और हमारी सेनाओं पर सवाल उठाने वालों के लिए विपक्ष एक मुफीद जगह है। वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव जी का निंदनीय बयान उन सबसे के लिए अपमानजनक है, जिन्होंने कश्मीर की सुरक्षा के लिए अपनी जान गंवा दी है। यह हमारी शहीदों के परिवारजनों का भी अपमान है।
वहीं, पीएम मोदी के सैम पित्रोदा के सवालों को सेना से अपमान से जोड़ने पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। यादव ने कहा, ‘सुरक्षाबलों की शहादत पर कभी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। लेकिन, राजनेताओं से सवाल पूछा लोकतंत्र में हमारा मौलिक अधिकार है। इस सरकार को खुद को सेना समझना बंद करना चाहिए। जिन राजनेताओं से सवाल नहीं किया जा सकता है, वे बहुत खतरनाक होते हैं।’
पित्रोदा ने कहा- नागरिक सवाल नहीं पूछ सकता क्या?
वहीं, सैम पित्रोदा ने अपने बयान को लेकर कहा, वह एक आम नागरिक की तरह वह सवाल कर रहे हैं। एक भारतीय नागरिक होने के नाते उन्हें जानने का हक है कि वहां क्या कुछ हुआ। कांग्रेस ने इस पर बोलने के लिए उन्हें अधिकृत नहीं किया है और न ही वह कांग्रेस नेता के नाते ऐसा बोल रहे हैं।’