बदरीनाथ हाईवे पर पहाड़ी से लगातार पत्थर व मलबा गिर रहे; यातायात ठपमलबा बदरीनाथ हाईवे पर आने से लोगों की आवाजाही ठप
देहरादून। उत्तराखंड में शुक्रवार से जारी बारिश का सिलसिला सोमवार को थम गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले 24 घंटों में गढ़वाल व कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में हल्की बौछार पड़ सकती हैं। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान दो से तीन डिग्री चढ़ने की संभावना है। हालांकि, मुसीबतें कम नहीं हो रही है। बदरीनाथ हाईवे पर पहाड़ी से लगातार पत्थर व मलबा आ रहा है, जिससे यातायात ठप हो गया है। हाईवे पर वाहनों की कतार लगी है।
मौसम ने राहत दी तो सड़कों से मलबा हटाने के काम ने गति पकड़ी। बदरीनाथ और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल हो गया है, लेकिन बार-बार आ रहा मलबा आवाजाही में खलल डाल रहा है। अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोडऩे वाले मार्गों से भी मलबा हटाने का काम जारी है। हालांकि, सड़क खुलने में अभी वक्त लगेगा। बावजूद इसके प्रदेश में 200 से अधिक सड़कें बंद हैं। इस बीच नदियों के उफान में कमी आने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। सभी नदियों का जलस्तर चेतावनी रेखा के नीचे है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार से मौसम साफ रहेगा। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
एक से 16 जून के बीच हुई 65.5 मिमी बारिश
प्रदेश में मानसून के रफ्तार पकड़ते ही बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार एक से 16 जून के बीच प्रदेश में सामान्य से करीब 44 फीसद अधिक बारिश रिकार्ड की गई। सामान्य तौर पर इस अवधि में 65.5 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार यह आंकड़ा 94.4 मिमी पर पहुंच गया।
वहीं, नौ जून से 16 जून की अवधि पर नजर डालें तो यह दोगुने से भी अधिक है। इसी अवधि में सर्वाधिक 180 मिमी बारिश चम्पावत में रिकार्ड की गई, जो कि सामान्य से चार गुना है, जबकि पिथौरागढ़ में यह आंकड़ा 124, बागेश्वर और चमोली में 107 मिमी रहा। अन्य जिलों में भी बारिश सामान्य से अधिक रही।
वहीं, दून में दिनभर हल्के बादलों के बीच धूप खिली रही। अधिकतम तापमान 32.6 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 23.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि मसूरी का अधिकतम तापमान 22.2 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 14.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।