राजनीतिक

सोनिया ने छोड़ी बैठक, कहा- मैं और राहुल परामर्श प्रक्रिया का हिस्‍सा नहीं

CWC Meet: सोनिया ने छोड़ी बैठक, कहा- मैं और राहुल परामर्श प्रक्रिया का हिस्‍सा नहीं

नई दिल्‍ली, कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अभी तक पार्टी को नया प्रमुख नहीं मिल पाया है। इसे लेकर कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee, CWC) की बैठक जारी है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee, CWC) की बैठक छोड़ दी है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस अध्‍यक्ष के चयन के मामले में वह और राहुल गांधी परामर्श प्रक्रिया का हिस्‍सा नहीं हैं इसलिए बैठक से बाहर हैं। बैठक में कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष चुन लेगी या राहुल गांधी के उत्तराधिकारी की तलाश अभी लंबी खिंचेगी इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो कार्यसमिति की बैठक से पहले शुक्रवार को हुई पार्टी के प्रदेश नेताओं और सांसदों की बैठक में तमाम नेताओं ने राहुल गांधी को साफ संकेत दे दिया कि उन्हें थोपा गया अध्यक्ष मंजूर नहीं होगा।

View image on Twitter

पैनल के आधार पर निर्णय 
माना जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में नए अध्यक्ष के चयन के लिए किसी पैनल अथवा व्यवस्था के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। इस बारे में सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस कार्यकारिणी (Congress Working Committee, CWC) की पहले संक्षिप्‍त बैठक होगी, इसके बाद यह पांच समूहों में बंट जाएगी। समूह के नेता राज्‍य के पार्टी प्रमुखों के साथ अगले कांग्रेस अध्‍यक्ष के नामों पर मंथन करेंगे। इस तरह से अगले कांग्रेस अध्‍यक्ष का नाम तय किया जाएगा। गौरतलब है कि नए अध्यक्ष को चुनने के लिए इससे पहले भी कई दौर की बैठकें हुईं, लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई।

View image on Twitter

कई दलित समुदाय के नेता दौड़ में 
सूत्रों का कहना है कि खड़गे समेत कई दलित समुदाय के नेता अध्‍यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है। सूत्र यह भी बताते हैं कि मुकुल वासनिक का नाम सबसे आगे है। देखा जाए तो कांग्रेस के सबसे संकटपूर्ण दौर में फिलहाल गांधी परिवार का नेतृत्व होते हुए भी जब पार्टी नेता खुलेआम पार्टी लाइन से असहमति जता रहे हैं। ऐसे में गांधी परिवार से बाहर के नए नेतृत्व के लिए भविष्य की चुनौती कितनी गंभीर होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

प्रदेशों के नेताओं ने साफ किए इरादे 
बताया जाता है कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस नेताओं की यह बैठक अनुच्छेद 370 के मसले पर आमराय बनाने के लिए बुलाई गई थी लेकिन इसमें नए अध्यक्ष को लेकर तमाम प्रदेशों के नेताओं ने अपने इरादे साफ कर दिए। इन नेताओं का कहना था कि पार्टी का एक वर्ग नए अध्यक्ष के लिए कुछ ऐसे नामों को आगे बढ़ा रहा है जो पार्टी का नेतृत्व करने में उतने सक्षम नहीं हैं। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने तो साफ कहा कि कुछ स्वार्थी लोग राहुल गांधी की कुर्बानी पर पानी फेरने की कोशिश में प्रायोजित नामों को उछाल रहे हैं।

मुश्किल दौर में सक्षम नेतृत्व की जरूरत
सूत्रों की मानें तो अध्‍यक्ष पद की रेस में कुछ एक नाम ऐसे भी हैं जो मुंबई के औद्योगिक घरानों के रहनुमा हैं और पार्टी कैडर में उनका कोई आधार नहीं है। बैठक के बाद इन नेताओं ने अपना यह संदेश राहुल गांधी तक पहुंचा भी दिया। इन नेताओं ने राहुल से कहा कि पार्टी को मौजूदा मुश्किल दौर में सक्षम नेतृत्व की जरूरत है और इसलिए उन्हें अपना उत्तराधिकारी तय करने में अहम भूमिका निभानी होगी। सूत्रों के अनुसार, इसके बाद राहुल ने इन नेताओं को भरोसा दिया कि वे उनके परिवार की तरह हैं और कांग्रेस के नए अध्यक्ष को चुनने में उनकी बातों का पूरा खयाल रखा जाएगा।

उल्‍लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उस समय  उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए कांग्रेस कार्यकारिणी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। हालांकि, राहुल गांधी अपने रुख पर अड़े रहे। उन्‍होंने साफ कर दिया था कि न तो वह और ना ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा। अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए राहुल ने यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहते हुए भी वह पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button