राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे
लखनऊ, राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द मंगलवार को भारत रत्न डा. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअल शिलान्यास लोकभवन से करेंगे। वह सुबह 11.30 बजे लोकभवन पहुंचेंगे। स्वागत-अभिनंदन आदि कार्यक्रमों के बाद स्मारक की आधारशिला रखेंगे। मुख्यमंत्री के उद्बोधन के बाद राष्ट्रपति भी समारोह को संबोधित करेंगे। इसके बाद राजभवन पहुंचेंगे और शाम करीब 5.30 बजे विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द मंगलवार को सुबह 11.30 बजे राजभवन से लोक भवन पहुचेंगे। राष्ट्रपति लखनऊ के ऐशबाग में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की स्मृति में बनवाये जाने वाले भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। 1.34 एकड़ में बनने वाले इस स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र में एक ओर जहां बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 25 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी, तो बाबा साहब की पवित्र अस्थियों के कलश को भी दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके साथ ही 750 दर्शक क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, आभाषी संग्रहालय, पुस्तकालय, शोध केंद्र, डॉरमेट्री, कैफेटेरिया सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद शाम विशेष विमान से वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट की बैठक में पिछले दिनों लखनऊ स्थित ऐशबाग ईदगाह के सामने लगभग पांच हजार वर्ग मीटर जमीन पर भारत रत्न डा. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाने का निर्णय हुआ। करीब 45 करोड़ रुपये लागत वाले इस स्मारक में प्रेक्षागृह, पुस्तकालय, शोध केंद्र, संग्रहालय, बहुउद्देश्यीय सभागार के साथ ही 25 फीट ऊंची आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर सपत्नीक लखनऊ पहुंचे राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द दोपहर में राजभवन में अपनों से मिले तो शाम को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से उनके सम्मान में आयोजित हाई-टी और रात्रिभोज के दौरान उनका वक्त न्यायाधीशों के बीच गुजरा। राजभवन के प्रेसिडेंशियल सुईट में नातेदारों और परिचितों से हुई अंतरंग मुलाकात को देश के प्रथम नागरिक की सहजता, सरलता और सुलभता ने स्वजन के लिए यादगार बनाया। वहीं शाम को न्यायाधीशों के साथ पहले चाय और फिर रात्रिभोज के दौरान राष्ट्रपति की गुफ्तगू के दौरान माहौल शिष्टाचार और प्रोटोकॉल की औपचारिकताओं से तारी रहा। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मेजबानी के बीच न्यायाधीशों के समागम को भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी रमण, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधि मंत्री ब्रजेश पाठक, इलाहाबाद हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी समेत वरिष्ठ न्यायाधीशों की विशिष्ट उपस्थिति गरिमा प्रदान कर रही थी। राजभवन में हुए इस खास आयोजन की यादें संजोने के लिए फोटो सेशन भी हुआ जिसमें राष्ट्रपति के साथ सभी न्यायाधीशों की फोटो खींची गई। हाई-टी के दौरान न्यायाधीशों से परिचय प्राप्त करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का विनय भाव भी झलका। खुद अधिवक्ता रहे कोविन्द ने न्यायाधीशों से भेंट के दौरान न्यायपालिका की यादें साझा कीं। खानपान में सादगी पसंद करने वाले राष्ट्रपति ने रात्रिभोज के दौरान लजीज शाही टुकड़े का लुत्फ लिया। मेजबानी को पूर्णता प्रदान करते हुए राज्यपाल ने राष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद और न्यायाधीशों की पत्नियों ने भी हिस्सा लिया।
इससे पहले राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के लखनऊ आगमन पर चारबाग रेलवे स्टेशन पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, महापौर संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित शासन-प्रशासन, रेलवे और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राजभवन आगमन पर राज्यपाल ने राष्ट्रपति और उनकी पत्नी सविता कोविंद को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति ने राजभवन में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।