पुलिस की सतर्कता से टल गयी वर्ग संघर्ष की साज़िश
(गिरजाशंकर अग्रवाल द्वारा)
कोंच (जालौन)। कोंच कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चंदुर्रा में पुलिस की सतर्कता से गांव में वर्ग संघर्ष की साज़िश विफल हो गई है। मामले की तह तक जाने की कमान खुद पुलिस अधक्षक अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने संभाल रखी है।
प्राप्त विवरण के अनुसार कोंच क्षेत्र के ग्राम चंदुर्रा में मिट्टी के तेल के कोटे को लेकर पूर्व कोटेदार व नये कोटेदार में आपसी बैर चल रहा था। इसी क्रम में बीती 25 मार्च की रात्रि लगभग 8 बजे गिरवर निरंजन की दुकान पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी गई जो किराना सामान के कारण आग के बवन्डर में तब्दील हो गई, जिसने 7 लोगों को झुलसा दिया।
मामला उस समय बेहद संगीन हो गया जब दुकान स्वामी गिरवर निरंजन की ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। मामला गंभीर होता देख प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए गांव में पी0ए0सी0 के साथ भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच अन्तिम संस्कार करवाया।
पीड़ित पक्ष व अभियुक्त पक्ष के भिन्न-भिन्न वर्ग के होने के कारण मामले को शासन स्तर पर भी निरन्तर मोनीटरिंग की जा रही है। जिले के पुलिस कप्तान अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने स्थिति पर नियंत्रण के लिये स्वयं मोर्चा संभाला। मामला द्विपक्षीय ही है या इसके पीछे कोई साज़िश है, इसका पता लगाने का पुलिस पूरी कोशिश कर रही है। कोतवाली के एस0एस0आई0 मनोज कुमार सिंह ने दो अभियुक्तों रवीन्द्र कुमार अहिरवार व धर्मेन्द्र बरार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। क्षेत्राधिकारी रूकमणी शर्मा, कोतवाल सन्तोष कुमार सिंह स्वयं स्थिति को सामान्य करने में प्रयासरत है।