उत्तराखंड पहुंचा शहीद देव बहादुर का पार्थिव शरीर, श्रद्धांजलि देने उमड़े लोग
चीन सीमा लद्दाख में शहीद हुए देव बहादुर का शव उसके गांव गौरिकला पहुंच गया। जवान के अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। भारी संख्या में लोगों ने श्रद्धांजली अर्पित की। बुधवार सुबह देव बहादुर का शव लेकर सेना के जवान लालपुर पहुंचे। वहां से सेना के खुले वाहन में शव के साथ विधायक राजेश शुक्ला ट्रक में सवार थे। लालपुर से सैकड़ों की संख्या में तिरंगा लेकर बाइक सवार युवाओं ने देव बहादुर अमर रहे के नारे लगाए। पूरे क्षेत्र को भारत माता की जय, वंदे मातरम की गूंज से गुंजायमान कर दिया। लंबे काफिले के साथ शव देव बहादुर के घर पहुंचा। जहां पहले से ही भारी संख्या में लोग श्रद्धांजली के लिए मौजूद थे।
उत्तराखंड के ऊधसिंहनगर जिले के किच्छा गौरीकलां निवासी शेर बहादुर थापा का पुत्र देव बहादुर 2016 में सेना में भर्ती हुआ था। वह गोरखा रेजीमेंट में थे और उनकी तैनाती लेह लद्दाख में थी। बीते शनिवार देर रात सेना के बनबसा कैंप से ग्राम प्रधान पति खुरपिया राकेश यादव को देव बहादुर थापा के शहीद होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी सूचना परिवार वालों को दी। लद्दाख में तैनात रहे देव बहादुर की बात घर पर शुक्रवार को हुई थी। उन्होंने बताया कि वह पेट्रोलिंग पर जा रहे हैं, लौटकर वह आएंगे तब बात करेंगे। पर उनके शहादत की खबर आई। शहीद सैनिक के भाई किशन बहादुर भी सेना में ग्वालियर में पोस्टेड हैं।