उत्तराखण्ड

लोकसभा चुनावः मतगणना की तैयारी पूरी, रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

देहरादून। 23 मई को महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज में मतगणना का कार्य त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगा। इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।

मतगणना में शामिल होने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया कर्मियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। सभी से निर्धारित स्थान पर ही वाहन पार्क करने की अपील पुलिस प्रशासन ने की है।

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिले को बीएसएफ व आइटीबीपी की फोर्स मिल चुकी है। मतगणना का कार्य त्रिस्तरीय होगा। जहां मतगणना का कार्य होगा वहां और स्ट्रांग रूम में बीएसएफ व आइटीबीटी के जवानों की तैनाती रहेगी। इसके बाद सीआरपीएफ व बाहर की व्यवस्था जिले के पुलिस के हवाले रहेगी।

कहा कि इसके लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है। मतगणना स्थल में पार्किंग का प्लान तैयार कर लिया गया है। सभी से अपील है कि वह निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही वाहन करें, ताकि व्यवस्था बनी रहे।

यह रहेगी पार्किंग व्यवस्था

-वीआइपी, अधिकारी महाराणा प्रताप चौक, महाराणा प्रताप स्पोट््र्स कालेज गेट नंबर एक होते हुए हॉकी ग्राउंड तिराहा, डिसपेंसरी तिराहे से आगे दाहिने एवं बायीं ओर खाली मैदान में पार्क होंगे।

– अभिकर्ता व पुलिस कर्मियों के वाहन, गेट नंबर दो से जाकर अतिथि गृह के सामने, दायें व बाएं पार्क होंगे।

-मीडिया, मतगणना कर्मियों के वाहन आइस हॉकी स्टेडियम के सामने पार्क होंगे।

यहां लगेंगे बैरियर

-डिस्पेंसरी तिराहा

-शूटिंग रेंज से पहले

मतगणना सुरक्षा में पैरा मिलिट्री और पीएसी तैनात

लोकसभा चुनाव मतगणना को लेकर पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर ली है। केंद्र से चार कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स मिल गई है। इसके अलावा, 20 कंपनी पीएसी और पांच हजार सिविल पुलिसकर्मी भी तैनात किए जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को निर्देशित कर दिया है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में तैनात आइटीबीपी की भी मतगणना सुरक्षा में मदद ली जाएगी।

राज्य की पांच लोकसभा सीटों के लिए 13 जनपदों में 23 मई को मतगणना होनी है। इससे पहले 22 मई को सभी मतगणना स्थल, स्ट्रांग रूम के बाहर सुरक्षा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मतगणना कक्ष से लेकर परिसर तक पुलिस फोर्स मुस्तैद रहेगी। सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।

पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि केंद्र ने दो कंपनी बीएसएफ और दो कंपनी आरपीएफ दी है। सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में पैरा मिलिट्री की तैनाती के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा, 20 कंपनी पीएसी 13 जिलों को बांटी दी है। पांच हजार इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही भी मतगणना ड्यूटी में तैनात किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि मतगणना शुरू होने से लेकर जुलूस प्रदर्शन तक पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी। साथ ही खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट रहेंगी। मतगणना के दौरान विवाद, अफवाह अथवा उम्मीदवारों के समर्थकों में झगड़े न हों, इसके लिए भी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

रायपुर में तीन स्तरीय सुरक्षा 

टिहरी और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के मतगणना स्थल महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। स्ट्रांग रूम, मतगणना कक्ष तक पैरा मिलिट्री और पीएसी तैनात की गई है, जबकि बाहर सिविल पुलिस को तैनात किया गया है। मुख्य गेट से लेकर मतगणना स्थल तक तीन से ज्यादा जगह चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा 48 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

मतगणना के लिए अफसरों  को दिया अंतिम प्रशिक्षण

लोकसभा चुनाव मतगणना को लेकर कार्मिकों को पोस्टल बैलेट, ईवीएम और ईटीपीबीएस का अंतिम प्रशिक्षण दिया गया। इधर, रायपुर स्पोर्टस कॉलेज में अफसरों ने अंतिम दिन ताकत झोंकते हुए पूरी व्यवस्था जुटाने का दावा किया है। इसके लिए कई बार व्यवस्था का रिव्यू भी किया गया, ताकि मतगणना के दिन किसी भी तरह की परेशानी न हो।

लोकसभा चुनाव की मतगणना को दो दिन शेष हैं। ऐसे में अधिकारियों ने अब व्यवस्थाओं को जांचना-परखना शुरू कर दिया है। इसके लिए सोमवार को जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन समेत अन्य दिनभर रायपुर स्पोर्टस कॉलेज में डटे रहे। यहां मतगणना से जुड़ी हर व्यवस्था का मुआयना कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान, मतगणना की टेबिल, एजेंट प्रवेश द्वार, सुरक्षा और गिनती में शामिल कार्मिकों की जिम्मेदारी पर चर्चा की गई।

इधर, कलक्ट्रेट सभागार में पोस्टल बैलेट के मास्टर ट्रेनर जिला पंचायत राज अधिकारी एम. जफर खां, जिला सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी ने ऑनलाइन प्रजेंटेशन और व्यावहारिक वार्तालाप के माध्यम से पोस्टल बैलट की मतगणना के संबंध में ओरिएंटेड प्रशिक्षण दिया।

मास्टर ट्रेनर्स ने कहा कि पोस्टल बैलट मतगणना की गोपनीयता और विश्वसनीयता बनाए रखना जरूरी है। इस दौरान आयोग के निर्देशों की भी जानकारी दी गई। इस दौरान पोस्टल बैलट के सही और रिजेक्शन के विभिन्न कारणों को भी बताया गया। इधर, रायपुर में ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में ईटीपीबीएस के मास्टर ट्रेनर्स ने ईटीपीबीएस मतगणना की समस्त प्रक्रिया को विस्तार से बताया।

मतगणना के हर राउंड पर नजर रखेंगे चार प्रेक्षक

लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने विधानसभावार प्रेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। देहरादून जनपद की दस विधानसभा के लिए चार प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। प्रत्येक के पास दो से तीन विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई हैं। मतगणना के अंतिम समय तक प्रेक्षक मतगणना स्थल पर तैनात रहेंगे। चुनाव आयोग ने इस बार सामान्य प्रेक्षक के अलावा विधानसभावार प्रेक्षक तैनात किए हैं।

टिहरी और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की 10 विधानसभा के लिए चार प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन ने बताया कि अभी तक पूरे जनपद में आइएएस राजीव रंजन को जिम्मेदारी दी गई थी। मगर, उनके साथ तीन अन्य आइएएस को तैनात किया गया है। प्रत्येक के पास दो से तीन विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई।

तीन दलों ने दी एजेंट की सूची 

लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या 15 है। मगर, अभी तक मतगणना के लिए तीन प्रत्याशियों ने ही मतगणना एजेंट तैनात करने के लिए फार्म जमा किए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी प्रत्याशियों को पत्र भेजते हुए मंगलवार तक एजेंट फार्म जमा करने के निर्देश दिए हैं। ताकि मतगणना के दौरान किसी तरह का शंका न रहे। उन्होंने पारदर्शी मतगणना के लिए सभी पार्टियों को एजेंट बनाने को कहा है।

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