नई दिल्ली । भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को सख्त संदेश दिया है कि वो अपनी हरकतों से बाज आए। साथ ही घुसपैठ के दौरान मारे गए अपने लोगों के पार्थिव शरीर वापस ले जाये। नियंत्रण रेखा पर हथियारबंद घुसपैठियों के हमले में भारत के तीन सैनिकों के शहीद होने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को कड़ी चेतावनी देते हुए आगाह किया है कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादियों की हरकतों पर अंकुश लगाए और घुसपैठ में उनकी मदद करना बंद करे।
सेना ने दोनो देशों के बीच स्थापित संपर्क माध्यम के जरिए पाकिस्तानी सेना से जवाबी कार्रवाई में मारे गए दो पाकिस्तानी घुसपैठियों के शव ले जाने को भी कहा है। सेना के अनुसार उसे इस बात की पुख्ता जानकारी है कि बड़ी संख्या में आतंकवादी सीमा के पार लांच पैड पर बैठे हैं और वे बर्फबारी शुरू होने से पहले घुसपैठ की फिराक में हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भारतीय सेना के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस) दफ्तर की पाक सेना के डीजीएमओ से बात होनी है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इसमें भी भारत की तरफ से पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मामला उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि रविवार को ही पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पार कर आए पांच-छह आतंकवादियों ने रविवार को जम्मू क्षेत्र के सुंदरबनी सेक्टर में अचानक भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, यह पाकिस्तान की बॉर्डर ऐक्शन टीम का हमला था। ‘बैट’ पाकिस्तान की वही बर्बर टीम है जो भारतीय सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत करने के लिए कुख्यात है। इस हमले में तीन सैनिक शहीद हो गए थे। सेना ने जवाबी कार्रवाई में दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया था। मारे गए हमलावर लड़ाकू जवानों की वर्दी पहने हुए थे।
सेना के अनुसार पाकिस्तान की पहल पर गत 29 मई को सैन्य संचालन महानिदेशकों की बैठक के बाद से भारत सीमापार से उकसावे की नियमित कार्रवाई के बावजूद नियंत्रण रेखा पर संयम बरत रहा है और संघर्ष विराम समझौते का पालन कर रहा है।
लेकिन इस बैठक के बाद से पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और 30 मई के बाद से भारतीय सेना ने घुसपैठ की 7 कोशिशों को विफल किया है, जिनमें 23 आतंकवादी मारे गए हैं। रक्षा विभाग के खुफिया सुत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में पाकिस्तान की ओर से ‘बैट’ हमले की आशंका प्रबल है और इसलिए भारतीय सेना को पूरी तरह अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।