पाकिस्तानी द्वारा की जा रही गोलीबारी का भारतीय सेना का करारा जवाब , दुश्मन के ठिकानों पर दागी एंटी टैंक मिसाइलें
भारतीय सेना ने कुपवाड़ा सेक्टर के दूसरी ओर पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर एंटी टैंक मिसाइलें दागी हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ ने भारतीय सेना के सूत्रों के हवाले से बताया है कि सेना के जवानों ने हाल ही में पाकिस्तानी सेना की चौकियों को निशाना बनाने के लिए एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों और तोप के गोलों का इस्तेमाल किया। भारतीय सेना की ओर से यह कार्रवाई पाकिस्तानी फौज द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के मकसद से लगातार की जा रही गोलीबारी के जवाब में की गई
भारतीय सेना की मानें तो पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन कई गुना ज्यादा हो गया है। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में सशस्त्र आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और शांति भंग करने के लिए पाकिस्तान ऐसी कायराना हरकतें कर रहा है। हालांकि, भारतीय सेना पाकिस्तान के सारे मंसूबे नाकाम कर रही है। उन्होंने बीते रविवार को बताया था कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद निरोधक अभियानों के चलते युवाओं में आतंकवाद से जुड़ने का रुझान घट रहा है।
वहीं मौजूदा संसद सत्र में सरकार ने बताया है कि इस साल पहली जनवरी से लेकर बीते 23 फरवरी तक पाकिस्तानी फौज ने भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा (Indo-Pakistan International Border यानी IB) और नियंत्रण रेखा (Line of Control यानी LoC) पर 646 बार सीज फायर का उल्लंघन किया है। रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक (Shripad Naik) ने बुधवार को लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान भी लगातार जारी है और पिछले साल पांच अगस्त से इस साल 23 फरवरी तक आतंकियों के साथ मुठभेड़ की 27 घटनाएं हुई हैं।
सरकार की ओर से बताया गया कि पिछले साल पांच अगस्त से 31 दिसंबर तक पाकिस्तान ने सीमा पार से 132 बार गोलीबारी की है जबकि इस साल पहली जनवरी से 15 फरवरी तक सीज फायर के 41 मामले सामने आए हैं। रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक (Shripad Naik) ने यह भी बताया कि साल 2019 में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा (Indo-Pakistan International Border यानी IB) और नियंत्रण रेखा (Line of Control यानी LoC) पर 1,586 बार सीज फायर तोड़ा है। दरअसल, पिछले साल पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से पाकिस्तानी हुक्मरानों में भारी बौखलाहट देखी जा रही है। पाकिस्तानी फौज आए दिन आतंकियों की घुसपैठ कराने के मकसद से सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करती है।