दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, मालवा में खेला बड़ा दाव
पंजाब के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो सीटों से चुनाव लड़ाने का दांव खेलकर बड़ी सियासी चाल चली है। दरअसल, इससे कांग्रेस ने राज्य के मालवा क्षेत्र में मजबूूत आम आदमी पार्टी (AAP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है। वैसे चन्नी के दो सीटों से चुनाव मैदान में उतरने को लेकर कांग्रे सऔर विरोधी दलों मेंं बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेताओं का कहना है मुख्यमंत्री मालवा में आम आदमी पार्टी के गढ़ में चुनौती देने के लिए भदौड़ गए हैं। वहीं, विरोधियों ने कहा है कि वह हार के डर से भदौड़ भाग गए।
चन्नी को जलालाबाद से लड़ाने का था दबाव, फिर आप के गढ़ में चुनौती देने के लिए भदौड़ गए चन्नी
दूसरी ओर, यह बात भी सामने आई है कि कांग्रेस में सीएम चन्नी को जलालाबाद से चुनाव लड़ाने का दबाव था, लेकिन पार्टी ने उनको आप (AAP) के गढ़ से उतारने का फैसला किया। कांग्रेस में यह मांग उठ रही थी कि चन्नी को शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के सामने उसी तरह मैदान में उतारना चाहिए, जिस प्रकार शिअद ने बिक्रम सिंह मजीठिया को नवजोत सिद्धू को उतारा है। जलालाबाद में 56 प्रतिशत राय सिख बिरादरी है। इस लिए यह मांग उठ रही थी कि चन्नी को सुखबीर बादल के सामने उतारकर शिअद की रणनीति को झटका दिया जाए, लेकिन पार्टी ने चन्नी को बरनाला के भदौड़ से टिकट दिया।
विरोधियों को मिला सीएम को घेरने का मौका, डर कर भागने का आरोप
भदौड़ सीट से 2017 में आम आदमी पार्टी के पिरमल सिंह चुनाव जीते थे। पिरमल सिंह बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं, चमकौर साहिब और भदौड़ से चन्नी को चुनाव लड़वा कर कांग्रेस पार्टी ने यह संकेत दे दिए है कि वह ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। लगातार यह कहा जा रहा था कि चमकौर साहिब सीट से चन्नी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि इस सीट से जट सिख चन्नी के साथ नहीं थे। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने भी दावा किया था कि चन्नी चमकौर साहिब सीट से हार रहे हैं।
हमारा सर्वे सही, चन्नी हार रहे हैं: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यंमत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने कहा था कि हमारे सर्वे के मुताबिक चन्नी जी चमकौर साहिब से हार रहे हैं। आज कांग्रेस ने एलान किया है कि वो दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। इसका मतलब सर्वे सच है?