मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में तैयारियों की समीक्षा की
लखनऊ उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने से पहले ही इसकी हलचल शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में तैयारियों की समीक्षा की गई, जिसमें 65 से अधिक जिलों में जीत का लक्ष्य पूरा करने पर जोर दिया गया है। प्रत्येक जिले में निगरानी के लिए वरिष्ठ व अनुभवी नेताओं के अलावा मंत्रियों को भी लगाने पर सहमति बनी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में बुधवार शाम को आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी मौजूद थे। प्रत्येक जिले में संभावित उम्मीदवारों की सूची पर मंथन के साथ विपक्ष की तैयारी पर भी चर्चा हुई। प्रदेश में 75 जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव इसी माह होना प्रस्तावित है। भाजपा और प्रदेश सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना है।
सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों के चयन में जातीय समीकरण भी देखा जा रहा है। मजबूत आर्थिक स्थिति वालों को प्राथमिकता दी जानी है। लगभग 60 जिलों में उम्मीदवारों के नाम फाइनल हो चुके हैं, लेकिन घोषणा चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद ही होगी। उम्मीद है कि अगले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाएगा। उधर, वोटों की खींचतान में विपक्ष द्वारा माहौल खराब करने की आशंका को देखते हुए प्रत्येक जिले में एक वरिष्ठ मंत्री को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
सभी पदाधिकारियों को एकजुटता से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करने को निर्देशित किया गया। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015-16 में सपा शासनकाल में समाजवादी पार्टी के 62 जिला पंचायत अध्यक्ष विजयी हुए थे। इसी को आधार मानकर भाजपा तैयारी में जुटी है। जिला पंचायत अध्यक्ष के बाद ब्लाक प्रमुखों का चुनाव भी होगा। बैठक में आयोगों व निगमों के नामित अध्यक्षों व सदस्यों के नामों पर भी विचार किया गया।