भगवान आशुतोष की शिव नगरी में आज सैकड़ों देव डोलियों एवं दूर-दराज गांव से आए हजारों लोगों ने शोभायात्रा में भाग लिया
*भगवान आशुतोष की शिव नगरी उत्तरकाशी में आज सैकड़ों देव डोलियों एवं दूर-दराज गांव से आए हजारों लोगों ने इस भव्य और दिव्य शोभायात्रा में भाग लिया, आज सुबह 9:30 बजे विधि-विधानुसार वैदिक मंत्रोचार के साथ हनुमान ध्वजा की स्थापना रामलीला मैदान में की गई और उसके बाद गाजे- बाजे, ढोल- नगाड़े और ऊंचे वैदिक मंत्रों के साथ ही राम कथा का शुभारंभ हो गया है जैसा की विदित है कि अष्टादश पुराण समिति के तत्वाधान में रामलीला मैदान मैं 23 अप्रैल से 1 मई तक श्रीराम एवं हवनात्मक महारुद्र यज्ञ भव्य और दिव्य आयोजन किया जा रहा है। नौ दिवसीय यज्ञ महाकुंभ में देश के प्रतिष्ठित विद्वान भाग ले रहे हैं वहीं दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत मुरलीधर जी महाराज द्वारा श्रीराम कथा की अमृत वर्षा की जाएगी, मां गंगा के तट पर काशी विश्वनाथ शिवशंकर भोलेनाथ महादेव जी नगरी मे संत मुरलीधर जी महाराज के श्रीमुख से मंगलमय श्रीराम-कथा सुनने का सौभाग्य जनपद वासियों को पहली बार मिला, मुख्य कथा वक्ता ने आज कथा का शुभारंभ किया और सभी जनमानस से भगवान श्रीरामचन्द्र जी के आदर्श पर चलने के लिए कहा , इस मौके पर गंगोत्री विधानसभा के लोकप्रिय विधायक सुरेश चौहान, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण, नगरपालिका के अध्यक्ष रमेश सेमवाल और कथा के मुख्य यजमान डॉक्टर हरिशंकर नौटियाल और उनका पूरा परिवार उपस्थित रहा। इसके साथ ही धार्मिक अनुष्ठान का कार्य भी प्रारंभ हुआ।*
*11:00 बजे रामलीला मैदान में सभी देव डोलिया एकत्रित होने के बाद नगर नगर में दिव्य और भव्य* *शोभायात्रा निकाली गई शोभा यात्रा प्रसिद्ध गंगा मंदिर का घाट पर मुख्य बाजार होते हुए भगवान विश्वनाथ मंदिर की परिक्रमा कर रामलीला मैदान में एकत्रित हुई उत्तरकाशी नगर में आज करोना काल के बाद हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक प्रेम सिंह पंवार, अध्यक्ष हरि सिंह राणा, महासचिव रामगोपाल पैन्यूली, व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल, भूपेश कुड़ियाल, गजेन्द्र मटूडा, विजय संतरी ,अजय प्रकाश बड़ोला, चन्द्रप्रकाश बहुगुणा, चन्द्रशेखर भट्ट , समिति के लेखाकार रामकृष्ण नौटियाल, पुजारी रविंद्र नौटियाल, ब्रह्मानंद नौटियाल, गीता गैरोला, किरण पंवार, सभासद सविता भट्ट, अनीता राणा, पृथ्वी दत्त नैथानी, जय राणा आदि अन्य समिति के पदाधिकारियों ने शोभायात्रा में भाग लिया।*