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स्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा- भारत जनवरी में लोगों को पहला कोविड टीका लगाने की स्थिति में होगा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Health Minister Dr Harsh Vardhan) ने रविवार को कहा कि भारत में कोविड-19 का सबसे बुरा दौर खत्म हो चुका है, चिंता करने की कोई बात नहीं, लेकिन लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अभी भी कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों का पालन करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भारत जनवरी में कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों का टीकाकरण शुरू कर सकता है।

डॉ. हर्षवर्धन ने एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर मुझे लगता है कि भारत में कोविड-19 को लेकर चिंताए समाप्त हो चुकी हैं। मैं इस स्थिति का ठीक उसी समय से अनुसरण कर रहा हूं, जब 30 जनवरी, 2020 को हमारा पहला मामला सामने आया था। पिछले तीन-चार महीनों में कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों का सख्ती से पालन करना होगा। इसको लेकर अभी हम आराम नहीं कर सकते।

भारत में कोरोना का बुरा दौर खत्म

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी भारत में लगभग तीन लाख सक्रिय मामले हैं और ठीक होने की दर 95 से 96 फीसद है जो कई विकसित देशों की तुलना में काफी अधिक है। उन्होंने कहा, ‘अभी देश में लगभग तीन लाख सक्रिय मामले हैं। कुछ महीने पहले लगभग 10 लाख मामले थे। एक करोड़ से अधिक मामलों में से लगभग 95 लाख लोग पहले ही ठीक होकर घर जा चुके हैं।’ दुनिया के कुछ विकसित देशों की तुलना में हम बहुत आगे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और ब्राजील जैसे देशों में मरीदों के ठीक होने की दर 60 और 80 प्रतिशत के बीच है, हम बेहतर स्थान पर हैं। हमारी मृत्यु दर अब भी 1.45 प्रतिशत पर है, जो काफी कम है। मुझे लगता है कि बुरा दौर शायद खत्म हो चुका है, लेकिन सावधानी के साथ हमें आगे बढ़ने की जरूरत है।

टीका लगवाले के लिए किसी पर दबाव नहीं

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस का टीका लगवाले के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाएगा। इसके लिए सरकार लोगों को शिक्षित करेगी और इसके बारे में सही जानकारी देगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण करेगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले एक करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा, जिसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता होंगे, जबकि अगले दो करोड़ लोगों में फ्रंटलाइन कर्मचारी, स्वच्छता कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी होंगे। इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा।

टीकाकरण के लिए ब्लॉक स्तर पर तैयारी

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर तैयारियों के लिए सरकार पिछले चार महीनों से राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है। इसके लिए जिले और यहां तक कि ब्लॉक स्तर पर भी तैयारी की जा रही है। देश में 28,000 से 29,000 कोल्ड चेन प्वाइंट हैं। टीकाकरण की निगरानी के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन और डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि को-विन के माध्यम से टीके को उसके तापमान के साथ ट्रैक किया जाएगा।

जनवरी में शुरू होगा टीकाकरण

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मास्क, हाथ की स्वच्छता और शारीरिक दूरी सबसे अहम है। जिसका हम सभी को पालन करने की आवश्यकता है। कोविड -19 के कारण हमें जिन परेशानियों का सामना करना पड़ा है, वह अब कम होने लगी है। आने वाले वर्ष में वैक्सीन विकसित करने की दिशा में वैज्ञानिकों का शोध भी सफल होगा। डॉ वर्धन ने कहा कि भारत जनवरी में कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों का टीकाकरण शुरू कर सकता है और सरकार की पहली प्राथमिकता वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता है।

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