करियर की शुरुआत से ही सेविंग की आदत डाल लें, रिटायरमेंट के समय होंगे ये फायदे
अगर आप ध्यान देंगे तो देखेंगे कि 25-30 साल आयु वर्ग के अधिकतर युवा अपने लाइफस्टाइल से जुड़े खर्चों को अधिक तवज्जो देते हैं और रिटायरमेंट प्लानिंग पर ज्यादा गौर नहीं फरमाते हैं। इस उम्र में आम तौर पर युवाओं को लगता है कि कम उम्र में रिटायरमेंट के बारे में प्लान करने की कोई जरूरत नहीं होती। हालांकि, यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है कि औसत आयु में वृद्धि, हेल्थकेयर से जुड़े खर्चों में बढ़ोत्तरी और बुजुर्गों के लिए सोशल सिक्योरिटी से जुड़ी योजनाओं के अभाव की वजह से अब रिटायरमेंट के समय ज्यादा पैसे की दरकार होती है। ऐसी स्थिति में कम आयु में नौकरी से जुड़ने वाले युवाओं को शुरुआत से ही अपने रिटायरमेंट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। रिटायरमेंट के समय आपके अकाउंट में अच्छी-खासी राशि जमा हो, इसके लिए इन खास चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए:
1. जितनी जल्द शुरुआत, उतना बेहतर
करियर की शुरुआत से ही सेविंग और रिटायरमेंट प्लान में निवेश की आदत डालना बेहतर विकल्प होता है। कम उम्र से निवेश करने पर आपको हर महीने कम राशि देना होगा। इंवेस्टमेंट जल्द शुरू करने का फायदा है कि आपको कम निवेश के साथ भी रिटायरमेंट के समय हैंडसम अमाउंट मिल जाता है।
2. बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखना होगा
लंबी अवधि के रिटायरमेंट प्लान को ध्यान में रखते हुए आप महंगाई दर में बढ़ोत्तरी जैसे पहलू को इग्नोर नहीं कर सकते हैं। भारत में मुद्रास्फीति में बढ़ोत्तरी बनी रहने वाली है। अगर आप अगले 30 साल तक औसतन चार फीसद की महंगाई दर मानकर चलते हैं तो आपको इस पहलू को ध्यान में रखना होगा। ऐसा इसलिए कि अगर इस समय आपका मासिक खर्च 30,000 रुपये है तो 30 साल बाद यह राशि बढ़कर 97,300 हो जाएगी। इसका मतलब है कि 60 साल की उम्र में आपको हर माह 97,300 रुपये चाहिए होंगे।
3. इक्विटी में ज्यादा करें निवेश
लंबी अवधि में धन जुटाने के लिए इक्विटी सबसे बेहतर विकल्प होता है। ऐसे में आप जितनी अधिक राशि इक्विटी फंड में निवेश करते हैं, रिटायरमेंट के समय आपको उतनी ज्यादा राशि प्राप्त होती है। ऐसे में कम उम्र में निवेश करना ज्यादा फलदायी साबित होगा।
4. हेल्थ इंश्योरेंस
हेल्थ इंश्योरेंस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए कि बढ़ती उम्र के साथ आपके स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान करेंगी। आप कई तरह की लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। इसके लिए पर्याप्त राशि का हेल्थ इंश्योरेंस रखना जरूर है। इसी की साथ जरूरी बात ये है कि आप जितनी जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस खरीदेंगे, आपको उतना कम प्रीमियम देना होगा और साथ ही ज्यादा बीमारियां कवर होंगी।