देहरादून। विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ ने हिंदी साहित्य और रंगकर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशक डॉ. वी के डोभाल को “रामधारी सिंह दिनकर हिंदी रंग रत्न सम्मान” से सम्मानित किया। यह सम्मान विद्यापीठ के कुलाधिपति डॉ. रामजन्म मिश्र और कुलसचिव डॉ. देवेंद्रनाथ साह ने संयुक्त रूप से प्रदान किया।
विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ: हिंदी साहित्य का प्रमुख केंद्र
विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ साहित्य और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए प्रसिद्ध है। यह संस्थान हिंदी भाषा और साहित्य को समर्पित है और हर वर्ष साहित्यकारों को सम्मानित करता है।
अन्य सम्मानित व्यक्तित्व
इस अवसर पर छंद मर्मज्ञ आचार्य विजय गुंजन और कवि-दार्शनिक डॉ. राशदादा राश को “विद्यासागर सम्मान” से सम्मानित किया गया। इन सम्मानों ने विद्यापीठ की गरिमा को और बढ़ाया। वरिष्ठ रंगकर्मी , निर्देशक डॉ. वी के डोभाल,को रामधारी सिंह दिनकर हिंदी रंग रत्न,सम्मान से विद्यपीठ के कुलाधिपति डॉ. रामजन्म मिश्र और कुलसचिव डॉ. देवेन्द्रनाथ साह ने संयुक्त रूप से समानित किया गया। छंद मर्मज्ञ आचार्य विजय गुंजन जी एवं कवि दार्शनिक डॉ राशदादा राश को विद्यापीठ के कुलाधिपति आदरणीय डॉ रामजन्म मिश्र जी के द्वारा विद्यासागर सम्मान से सम्मानित किया गया।
भव्य आयोजन
ईशीपुर स्थित विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ परिसर में आयोजित इस समारोह में विद्यापीठ के कुलपति श्री दयानंद जायसवाल, कुलसचिव श्री देवेंद्र साहा, और अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं। इस कार्यक्रम में साहित्यप्रेमियों, संस्कृतिकर्मियों, कवियों और दर्शकों का बड़ा जमावड़ा देखने को मिला।
डॉ. वी के डोभाल को शुभकामनाएं
डॉ. वी के डोभाल को इस सम्मान के लिए उत्तराखंड इप्टा के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य रंगकर्मियों ने शुभकामनाएं दीं। इनमें धर्मानंद लखेड़ा, डॉ योगेश धस्माना, हरिओम पाली, डॉ अनुज राजपूत, रेणुका डबराल, विमल नवानी, जयप्रकाश उत्तराखंडी, भारत भूषण, डॉ हरिमोहन गोयल,रमेश चंद्र छबीला, वीरेंद्र पटवाल,दीप्ति अखिल शर्मा, सुशील गुरुंग, ओमप्रकाश जमलोकी , संजीव कंडवाल, अफ़ज़ाल अहमद अंसारी, असद खान , युक्ति गर्विता, अनय ठाकुर कृष्णा बडोला और मनोज कंडवाल सहित शहर के अन्य रंगकर्मियों साहित्यकारों और संस्कृतियों ने अपनी शुभकामनाएं दीं ।