उत्तराखण्ड

उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के पदाधिकारियों ने सीएम के सामने रखी ये मांग

 देहरादून। उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अशासकीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य पद रिक्त होने पर संबंधित स्कूल में ही तैनात शिक्षकों को वरिष्ठता के क्रम में डाउनग्रेड प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति देने की मांग की है।

परिषद के पदाधिकारी शनिवार को विधायक महेश जीना की अगुआई में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मिले। परिषद के प्रांतीय महामंत्री एके कौशिक ने कहा कि किसी भी अशासकीय विद्यालय में प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक का पद रिक्त होने पर स्कूल के ही वरिष्ठ शिक्षक को डाउनग्र्रेड प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति मिलनी चाहिए। अगर स्कूल में तैनात वरिष्ठतम शिक्षक अहर्ता पूर्ण नहीं करता या पद के लिए इच्छा जाहिर नहीं करता तो द्वितीय वरिष्ठ शिक्षक को मौका मिलना चाहिए।

उन्होंने प्रदेश के माध्यमिक अशासकीय विद्यालयों में विगत पांच से छह वर्षों से प्रभारी प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत वरिष्ठ शिक्षकों को शिक्षा अधिनियम 2006 के अनुसार पदोन्नति एवं अनुमोदित करने की मांग भी की। वहीं, अशासकीय जूनियर हाई स्कूलों में तैनात वरिष्ठतम शिक्षकों को शिथिलता प्रदान कर पांच दिसंबर 2016 के शासनादेश के आधार पर प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति करने की मांग की। परिषद ने स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी पदों पर भर्ती करने, समग्र शिक्षा के अंतर्गत गणवेश, पाठ्य पुस्तकें, जूते, विज्ञान उपकरण और अन्य लाभ देने की मांग भी की। शिक्षक और कर्मचारियों को अटल आयुष्मान योजना का लाभ देने की मांग भी प्रमुखता से उठाई।

विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाचार्य शिक्षकों को वर्ष 2016 से पूर्व की भांति तदर्थ सेवाओं का लाभ एवं सेवानिवृत्त पेंशन आदि लाभ देने की मांग भी की। कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में प्रांतीय अध्यक्ष प्रकाश चंद्र सुयाल, जिला अध्यक्ष अल्मोड़ा हिमांशु तिवारी, जिला अध्यक्ष अल्मोड़ा दीपक फुलेरिया, अल्मोड़ा से अशोक तिवारी, जिला अध्यक्ष देहरादून डा. एके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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