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कांग्रेस में चुनावी हार के बाद घमासान, पूर्व MLA ने; कहा- बाप-बेटे ने डुबोने का काम किया

असंध। चुनाव में पराजय के बाद अंतर्विरोध की स्थिति का सामना कर रही कांग्रेस के असंध से पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी एक बार फिर अपनी पार्टी के एक गुट पर हमलावर हुए हैं। इस बार उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान पर भी निशाना साधा है। 

उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पद होते हुए कोई काम नहीं किया तो अब उससे क्या उम्मीद जताई जा सकती है? मैं पार्टी का सच्चा कार्यकर्ता हूं। अगर पार्टी मुझको मौका देती है तो पार्टी की मजबूती के लिए काम करने के लिए तैयार हूं। 

भूपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा पर भी साधा निशाना

पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा व उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि बापू-बेटा ने कांग्रेस को डुबोने का काम किया। प्रदेश के प्रभारी ने कांग्रेस के लिए कम बल्कि भाजपा के लिए ज्यादा काम किया है। प्रदेश में चुनाव के दौरान केवल वन-वे ट्रैफिक चला रहे रहे थे। 

उन्होंने कहा कि ईवीएम का मुद्दा उठाकर अपनी असलियत पर पर्दा डालने का काम किया जा रहा था। लेकिन असलियत कुछ और थी। असली मुद्दों को दबाने का काम किया जा रहा था। बिना संगठन के चुनाव लड़ा गया था। प्रदेश कांग्रेस में कुछ नहीं था। एक आदमी के लिए ही काम किया गया था।

सैलजा को बनाया जा सकता है प्रदेश अध्यक्ष

विधानसभा चुनाव के बाद से हरियाणा कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। विधायक दल के नेता के लिए लॉबिंग चल रही है तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी नई नियुक्ति की संभावना जोर पकड़ रही है। कांग्रेस महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा को पार्टी हाईकमान द्वारा एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने की उम्मीद है। 

हुड्डा गुट ने सैलजा की नियुक्ति को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। हरियाणा विधानसभा में इस बार कांग्रेस के 37 विधायक चुनकर आए हैं, जिनमें से 33 विधायक हुड्डा समर्थक हैं। चार विधायकों को कुमारी सैलजा समर्थक माना जाता है। 

दीपक बाबरिया को किनारे लगाने की तैयारी

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को किनारे लगाने की तैयारी है। उनकी खराब सेहत का हवाला देकर कांग्रेस हाईकमान ने सहयोग हेतु जितेंद्र बघेल को सह प्रभारी नियुक्त किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र बघेल की नियुक्ति बड़े ही गुपचुप तरीके से हुई है।

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