गणगौर उत्सव में रूबरू कराया राजस्थानी संस्कृति से
(प्रीति अग्रवाल द्वारा)
सिलवासा/दादरनागर हवेली। राजस्थान के महत्वपूर्ण पर्व में से एक गणगौर उत्सव की मनोहारी झलक सिलवासा के प्रमुख गार्डन सोसाइटी द्वारा आयोजित समारोह में दिखाई दी।
चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की तीज को शिव-पार्वती की पूजा के रूप में इस उत्सव को मनाया जाता है। राजस्थान में आस्था, प्रेम और पारिवारिक सौहार्द के उत्सव के रूप में गणगौर उत्सव मनाया जाता है। गण (शिव) और गौर (पार्वती) की पूजा के कुंवारी लड़कियां मनपसन्द वर को पाने की कामना में, तो विवाहित महिलायें अपने पति की दीर्घायु की कामना से मनाती हैं।
गणगौर उत्सव के रंगारंग समारोह में गीत, नृत्य, हास्य व्यंग्य के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। मुख्य अतिथि के रूप में पिंकी खिमनानी जी उपस्थित रही। समारोह में राजपूती वेशभूषा में सज-धज कर आई 200 से अधिक महिलाओं की उपस्थिति उत्साहवर्धक रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में रूपा शर्मा, शिल्पा कलंगी, रश्मि शर्मा, रेखा पारीक, दिव्या अग्रवाल, प्रीति तोपनीवाल, बबली शर्मा, अंजू शर्मा, सुशीला मोदी आदि ने सक्रिय योगदान दिया।
Bhartiy parmpara ka jivant example hai Gangour ka festival