आंगनबाडी महिलाओं ने सहारनपुर मंडलाध्यक्ष को ज्ञापन दिया
शामली। पिछले करीब दो माह से आंगनबाडियों के चल रहे धरना प्रदर्शन में आंगनबाडी महिलाओं ने सहारनपुर मंडलाध्यक्ष को ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान कराये जाने की मांग की है। उन्होने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द की पूरा नही किया जाता तो वह उग्र आन्दोलन भी करेगे।
पिछले करीब दो माह से वेतन में बढोत्तरी, घोटाले की जांच, राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंगनवाडी कार्यकत्रियां धरना प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को आंगनबाडी महिलाओं ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में आये कमिश्नर दीपक अग्रवाल व डीआईजी केएस ईमेनुअल को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होने कहा कि केन्द्रीय कर्मचारियों व राज्य कर्मचारियों के वेतन में वेतन आयोग की सिफारिशें लगायी जाती है व हर वर्ष उनका वेतन व भत्तों भी बढोत्तरी की जाती है लेजिकन आंगनवाडी कार्यकत्रियों को सरकार की तरफ से केवल 100 रुपये प्रतिदिन व सहायिकाओं को 50 रुपये प्रतिदिन दिया जाता है। राज्य सरकार सहयोग राशि 33 रुपयेव 16.5 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देती है। इतने कम वेतन में आंगनवाडियों के घर का गुजारा भला कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में सरकार बनने के 120 दिन के अंदर आंगनवाडी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को सम्मानजनक वेतनमान दिए जाने, शबरी संकल्प योजना का क्रियान्वयन करने, घोटाले की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की गयी थी आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होंने आंगनवाडियों का 18 हजार व सहायिकाओं को 9 हजार रुपये प्रति महीने वेतन देने, आंगनवाडियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित अन्य समस्याओं का समाधान करने की मांग की। आंगनवाडियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे धरना प्रदर्शन से नहीं उठेंगी। इस अवसर पर मोनिका शर्मा, सरिता, मीनाक्षी, कौशल्या, पिंकी,रीता रानी, विजय प्रभा, सीमा, रीतू, सुशीला, रेखा, मुन्नी, कविता, सुमन, बबीता सहित भारी संख्या में कार्यकत्रियां मौजूद रही। रिपोर्ट- नदीम अहमद