उत्तराखण्ड

रीडेवलपमेंट प्लान का शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- इंदिरा मार्केट शहर के सबसे पुराने और प्रमुख बाजार में से एक है

देहरादूनः  बेहद संकरे और अव्यवस्थित इंदिरा मार्केट को व्यवस्थित रूप देने के लिए सात साल पहले तैयार किए गए इंदिरा मार्केट रीडेवलपमेंट प्लान के अब साकार होने की उम्मीद बढ़ गई है।

यहां के व्यापारियों की हां-ना, विरोध और लंबी जिद्दोजहद के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रीडेवलपमेंट प्लान का शिलान्यास किया। यहां 242.32 करोड़ रुपये से बहुमंजिला कांप्लेक्स के रूप में 581 दुकानों और 56 कियोस्क का निर्माण किया जाएगा।

इंदिरा मार्केट शहर के सबसे पुराने और प्रमुख बाजार में से एक

रीडेवलपमेंट प्लान का शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा मार्केट शहर के सबसे पुराने और प्रमुख बाजार में से एक है। परियोजना में न सिर्फ व्यापारियों को अस्थायी दुकानों की जगह व्यवस्थित पक्की दुकानें मिलेंगी, बल्कि इससे दून की सुंदरता में भी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राजपुर रोड विधानसभा क्षेत्र की सात करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण भी किया।

एमडीडीए उपाध्यक्ष एवं जिलाधिकारी सोनिका ने परियोजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रीडेवलपमेंट प्लान पर काम पहले ही शुरू कर दिया गया था। अब औपचारिक रूप से शिलान्यास हो जाने के बाद निर्माण की गति बढ़ जाएगी। परियोजना को पूरा करने के लिए 14 माह का समय तय किया गया है।

कार्यक्रम में काबीना मंत्री सुबोध उनियाल, महापौर सुनील उनियाल गामा, राजपुर रोड विधायक खजान दास, कैंट विधायक सविता कपूर, भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, अनिल गोयल, विश्वास डाबर, पुनीत मित्तल आदि उपस्थित रहे।

1050 वाहनों की पार्किंग से मिलेगी राहत

इंदिरा मार्केट का एक सिरा लैंसडौन चौक पर है तो दूसरा सिरा राजपुर रोड पर। यहां दुकानें बेहद संकरी सड़क पर दोनों तरफ सटकर बनी हैं। ऐसे में यहां से दोपहिया वाहन निकालना भी मुश्किल हो जाता है।

चौपहिया वाहन यहां प्रवेश नहीं कर सकते और बाजार के आसपास पार्किंग सुविधा का भी अभाव है। रीडेवलपमेंट प्लान के तहत 1050 वाहनों की पार्किंग का निर्माण किए जाने के बाद नागरिकों को बाजार में भ्रमण व खरीदारी करने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

परियोजना पर एक नजर

  • कुल क्षेत्रफल: 16,558 वर्गमीटर
  • लीज क्षेत्रफल: 9,929 वर्गमीटर
  • कुल लागत: 242.32 करोड़ रुपये
  • शिफ्ट किए जाने वाले व्यापारी: 406
  • व्यापारियों के साथ अब तक अनुबंध: 399
  • प्रस्तावित दुकानें: 581 व 56 कियोस्क
  • आकर्षण: लिफ्ट, आधुनिक शौचालय, हरित क्षेत्र आदि का विकास
  • निर्माण कंपनी: सामग एमडीडीए रियलिटी प्रा. लि.

2015 से इस तरह हुए परियोजना पर प्रयास

  • शासन स्तर से कार्रवाई
  • व्यय वित्त समिति बनी: 23 मार्च 2015
  • इंपावर्ड कमेटी आफ इंफ्रास्ट्रक्चर का गठन: 29 सितंबर 2015
  • प्रथम इंपावर्ड ग्रुप आफ मिनिस्टर्स: 08 फरवरी 2016
  • प्रथम पुनर्वास नीति बनी: 09 मार्च 2016
  • द्वितीय इंपावर्ड ग्रुप आफ मिनिस्टर्स: 19 जुलाई 2016
  • आटो मैकेनिक के लिए पुनरीक्षित पुनर्वास नीति बनी: 25 नवंबर 2016

अन्य कार्रवाई

  • अनुबंध: 18 नवंबर 2016
  • कांसेप्ट प्लान स्वीकृत: 19 दिसंबर 2016
  • लीज डीड तिथि: 21 दिसंबर 2016
  • लीज अवधि: 90 वर्ष

वर्ष 2000 के सर्किल रेट पर की गई नजूल भूमि फ्रीहोल्ड

इंदिरा मार्केट नजूल भूमि पर संचालित होता आ रहा था। रीडेवलपमेंट प्लान पर आगे बढ़ने के लिए नजूल भूमि को व्यापारियों के पक्ष में वर्ष 2000 के सर्किल रेट पर फ्रीहोल्ड किया गया है।

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