प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचकर सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे की करेंगे समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचकर सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे की समीक्षा करेंगे। 13 किमी लंबे रोपवे निर्माण को पीएम ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया है। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक जिस क्षेत्र में रापेवे बनेगा, उसकी वीडियोग्राफी की जा चुकी है। जिसके जरिए प्रधानमंत्री को इस पूरी परियोजना के बारे में जानकारी दी जाएगी।
प्रधानमंत्री केदारनाथ भ्रमण के दौरान सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना की समीक्षा करेंगे। इसके लिए एनएचएआई की रोपवे विंग नेशनल हाईवे लॉजिस्टक मैनेजमेंट लिमिटेड (राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड) ने परियोजना के निदेशक पंकज कुमार मौर्य के निर्देशन में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण क्षेत्र की वीडियो व फोटोग्राफी की है। उन्होंने बताया कि वीडियो व फोटो के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि रोपवे निर्माण के लिए वन भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। साथ ही चिह्नित किए गए पेड़ों का छपान भी पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद अंतिम डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। मार्च 2023 से रोपवे परियोजना का निर्माण शुरू हो जाएगा।
रोपवे में दो मुख्य व दो टेक्निकल स्टेशन होंगे
सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे में सोनप्रयाग व गौरीकुंड मुख्य स्टेशन होंगे। चीरबासा व लिनचोली को टेक्निकल स्टेशन के रूप में संचालित किया जाएगा। यह दोनों स्टेशन आपातकाल में प्रमुखता से उपयोग में लाए जाएंगे। केदारनाथ रोपवे का अंतिम स्टेशन होगा। रोपवे निर्माण के बाद शुरूआती समय में एक घंटे में 2000 यात्री आवाजाही करेंगे जबकि बाद में इसकी क्षमता 3600 यात्रियों की होगी।
सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे निर्माण के लिए प्रारंभिक स्तर की औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। केदारनाथ भ्रमण के दौरान स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोपवे परियोजना की समीक्षा करेंगे। इसके लिए वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की जा चुकी है।