बिहार में मानवता शर्मसार! चलती ट्रेन रोकी, युवती को खींचकर किया सामुहिक दुष्कर्म
औरंगाबाद जिले के फेसर थाना क्षेत्र के एक गांव में युवती की हत्या कर शव को फेंक दिया गया। शुक्रवार शाम शव बरामद होने के बाद लोग आक्रोशित हो गए। शनिवार सुबह स्वजनों व ग्रामीणों ने सदर अस्पताल गेट पर प्रदर्शन किया। हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप था कि 25 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद हत्या की गई है। साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को झाड़ियों में फेंक दिया गया है। हंगामे की सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचे एसडीपीओ गौतम शरण ओमी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से घटना की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे, उन्हें गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाएगी। हत्या के तरीके का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा। फिलहाल पुलिस दुष्कर्म की पुष्टि नहीं कर रही है।
स्टेशन पर छूटी ननद को लाने जा रही थी ट्रेन से
मृतका जीविका मित्र के पद पर काम करती थी। स्वजनों ने बताया कि वह 18 नवंबर को अपनी जेठानी एवं ननद के साथ बघोई स्टेशन से ट्रेन पर सवार होकर रफीगंज बाजार गई थी। बाजार से लौटते समय उसकी ननद रफीगंज स्टेशन पर छूट गई। तब वह अपनी गोतनी के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड के जाखिम स्टेशन पर उतर गई। जाखिम स्टेशन पर उसने गोतनी को छोड़ कर कहा कि ननद को लाने जा रही है। इसके बाद धनबाद इंटरसिटी ट्रेन से वह रफीगंज जा रही थी। ट्रेन में कुछ मनचले सवार थे। युवती को अकेली देखकर जाखिम एवं देव रोड स्टेशन के बीच ट्रेन को वैक्यूम कर उनलोगों ने रोक दिया। इसके बाद जबरन युवती को उतार ले गए। यहां से उसे रफीगंज थाना क्षेत्र के गरवा गांव के बधार में ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से उसकी हत्या कर दी।
शुक्रवार शाम शव बरामद होने के बाद भड़का आक्रोश
इधर घर नहीं लौटने पर स्वजनों को चिंता हुई। महिला के लापता होने से संबंधित सूचना फेसर थाना पुलिस को दी गई थी। इसी बीच शुक्रवार शाम उसका शव बरामद किया गया। रात होने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका। शनिवार सुबह पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने सदर अस्पताल पहुंची। इसी क्रम में बड़ी संख्या में स्वजन व ग्रामीण पहुंच गए। हंगामा शुरू कर दिया।