राम नगरी में प्रवास के दूसरे दिन की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी ने रामलला के दर्शन से की
रामनगरी अयोध्या में बुधवार को रात्रि प्रवास के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सुबह हनुमान गढ़ी के बाद रामलला मंदिर जाकर का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह रामनगरी के भ्रमण पर निकले और अंत्योदय कार्ड तथा बीपीएल कार्ड धारक कई लोगो के जाकर उनका हाल-चाल भी लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी कर्मभूमि गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन अयोध्या में प्रवास के दौरान राम नगरी से गहन सरोकार की छाप छोड़ी। दीपोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राम नगरी के प्रति अनुराग छलका। राम नगरी में प्रवास के दूसरे दिन की शुरुआत मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन से की। उन्होंने रामलला का दर्शन पूजन करने के साथ राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा भी लिया। राम जन्मभूमि से निकलकर विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय मुख्यालय कारसेवक पुरम पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर आंदोलन के अनेक बुजुर्ग नेताओं से लेकर विहिप के वर्तमान प्रतिनिधियों से भेंट की और राम मंदिर निर्माण तथा अयोध्या के नव निर्माण के बारे में जानकारी साझा की। इस मौके पर राम नगरी के चुनिंदा संत महंत भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री राम नगरी की चुनिंदा पीठों में शुमार बड़ा भक्तमाल भी पहुंचे और यहां अपने गुरु अवेद्यनाथ के समकालीन महंत कौशल किशोर दास से भेंट की। 90 वर्ष से अधिक की आयु वाले कौशल किशोर दास इस समय काफी बीमार चल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पूरे स्नेह और सम्मान से उनका हाल जाना। बुधवार को दीपोत्सव के उद्घाटन अवसर पर अंत्योदय कार्ड धारकों को होली तक मुफ्त राशन देने की सौगात देने वाले मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इसी दिशा में पहल करते हुए कोटिया मोहल्ला निवासी अंत्योदय कार्ड धारक माया पांडे के घर पहुंच कर उनसे भेंट की उन का मान बढ़ाया और दीपावली को ध्यान में रखकर उपहार प्रदान किया।
इसके साथ ही आश्वस्त किया कि अंत्योदय और बीपीएल कार्डधारक गरीबों को भविष्य में कोई परेशानी नहीं होने वाली है क्योंकि उनके साथ मुख्यमंत्री खड़े हैं। इस दौरान उनके साथ भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह तथा राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी भी थे। भी थे।
राम नगरी में बुधवार को अपराह्न दीपोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री करीब 20 घंटा राम नगरी में गुजारने के बाद गुरुवार को 10 बजे हेलीकॉप्टर पर सवार हो गोरखपुर की ओर चल पड़े किंतु वह अपने पीछे राम नगरी श्री राम और रामराÓय से जुड़े गहन सरोकार की छाप छोड़ गए। अयोध्या: दीपोत्सव पर रामजन्मभूमि मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था। पूरा परिसर 51 हजार दीपों की रोशनी में डूबा रहा। मुख्य गर्भगृह के स्थान को भी फूलों से सजाया गया। रामलला को नया हरे रंग का परिधान पहनाया गया। वैकल्पिक गर्भगृह में फूल बंगले की झांकी रामलला विराजे रहे। गर्भगृह से लेकर पूरे मंदिर परिसर में कतारबद्ध दीप रखकर जलाया गया, जिसमें मंदिर का कोना-कोना रोशनी से नहा उठा। निर्माणाधीन मंदिर की नींव भी हजारों दीपों की रोशनी से आलोकित हुई। दर्शन मार्ग सहित पुराने मानस भवन, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय, राम कचहरी मंदिर के भवनों पर जलते दीप देर शाम तक रोशनी बिखेरते रहे। मंदिर के पुजारी व स्वयंसेवकों ने मिलकर राम मंदिर परिसर को आकर्षक बनाया।
43 लाख को उपलब्ध कराया पीएम आवास
अयोध्या में राम की पैड़ी पर जहां दीपों को प्रज्वलित करने का विश्व रिकार्ड बनाया गया तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की उपलब्धियां भी साझा कीं। उन्होंने कहा कि दीवाली पर अवधपुरी ने इतिहास रचा है। यहां 43 लाख परिवारों को पीएम आवास उपलब्ध कराया गया है। अयोध्या को दुनिया की आध्यात्मिक व धार्मिक नगरी बनाने का संकल्प पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। सीएम ने कहा कि नौ लाख से ज्यादा दीपों से रामकी पैड़ी को आलोकित किया गया है। उत्तर प्रदेश में 13 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। 15 करोड़ लोगों को फ्री में राशन दिया गया। अभी कोरोना गया नहीं है, इसी कारण होली तक अन्न योजना को चालू रखेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले दिवाली की शुभकामनाएं दीं। योगी आदित्यनाथ ने कहा, पूरे प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगलमय कामनाएं व्यक्त करता हूं। इतना ही नहीं पेट्रोल डीजल से एक्साइज ड्यूटी कम करने पर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं कि डीजल और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी को कम किया गया है। लोगों के जीवन में महंगाई आती है तो उसमें डीजल और पेट्रोल का योगदान होता है। यह बड़ी राहत है। दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री का यह उपहार है।
अयोध्या में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
इससे पहले अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर प्रभु श्रीराम की नगरी को 12 लाख दीयों से सजाया गया, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 12 लाख दीयों को जलाने के लिए 36 हजार लीटर सरसों के तेल का इस्तेमाल हुआ। इसमें राम की पैड़ी पर 9 लाख और अयोध्या के बाकी हिस्सों में 3 लाख दीपक प्रज्वलित किए गए। वहीं, रामजन्म भूमि परिसर में 51 हजार दीए जलाए गए। इस बार दीयों की गिनती के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी पहुंची थी। 32 टीमों ने मिलकर 12 लाख दीयों को जलाया। इसमें करीब 12 हजार लोग शामिल रहे। अयोध्या में इस बार दीपोत्सव पर पहली बार ड्रोन शो का भी आयोजन हुआ।