अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होने के पीछे पाकिस्तान का हाथ: पाप स्टार आर्यना
काबुल, अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होने के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताते हुए वहां की पाप स्टार आर्यना सईद ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि वे पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में कटौती करें। साथ ही आर्यना ने अफगानिस्तान को भारत की ओर से मिलने वाली मदद के लिए ‘शुक्रिया’ कहा। उन्होंने देश से विदेशी सैनिकों की अचानक वापसी को लेकर दुख जताया।
पाप स्टार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक मदद को रोकने की मांग करते हुए कहा,’ इन्हें (तालिबान) पाकिस्तान द्वारा निर्देश दिया जा रहा है उनके बेस पाकिस्तान में हैं जहां उन्हें ट्रेनिंग मिली। मैं उम्मीद करती हूं की सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को मिलने वाले फंड को कम किया जाना चाहिए ताकि वे तालिबान की मदद न कर सकें।’
अफगानिस्तान की महिलाओं की भविष्य को लेकर जताई चिंता
आर्यना ने कहा, ‘मैं उन महिलाओं के लिए चिंतित हूं जो घरों के भीतर फंस जाएंगी और वे अपने मूल अधिकारों से वंचित हो जाएंगी। उनका अकेेले बाहर जाना या फिर स्कूल जाना पूरी तरह रुक जाएगा। यदि अफगानिस्तान की कमान तालिबान के हाथ में रह गई तो वहां की महिलाओं का अब कोई भविष्य नहीं रह जाएगा।’ आर्यना ने कहा, ‘मैं देश से अभी बाहर हूं और इसलिए ठीक लगा रहा लेकिन वहां फंसे लाखों लोगों के लिए दुखी हूं विशेषकर अफगानी महिलाएं।’ तालिबान की वापसी के बाद आर्यना अमेरिकी फ्लाइट के जरिए काबुल से निकलने में सफल रहीं।
विदेशी सैनिकों की वापसी से निराश हैं पाप स्टार
अफगानिस्तान की पाप स्टार आर्यना सईद ने मंगलवार को एएनआइ से बातचीत में कहा,’ सुपर पावर देशों ने अफगानिस्तान में आने का मकसद अलकायदा और तालिबान से छुटकारा पाना बताया था। 20 साल वहां रहने और लाखों डॉलर खर्च करने, सैनिकों की जान गंवाने के बाद अचानक उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ने का फैसला किया, यह चौंकाने वाला है।’ आर्यना ने आगे कहा, ‘उन्हें पाकिस्तान द्वारा निर्देश दिए जा रहे हैं, उनके ठिकाने पाकिस्तान में हैं जहां उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है। मुझे उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अपने फंड में कटौती करेगा और पाकिस्तान को फंड नहीं देगा ताकि तालिबान को फंड करने के लिए उनके पास पर्याप्त पैसा न हो।’
पाप स्टार आर्यना ने आगे कहा, ‘सालों से अब तक हमने ऐसे वीडियो और सबूत देखे हैं कि तालिबान को सशक्त बनाने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। मैं उम्मीद करती हूं कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान की राजनीति में और दखल नहीं देगा।’