राजस्थान में रह रहे पाक हिंदू विस्थापितों को नहीं लग रही वैक्सीन, हाईकोर्ट पहुंचा मामला
जयपुर। राजस्थान में रह रहे 25 हजार से अधिक पाक हिंदू विस्थापितों को वैक्सीन नहीं लग पा रही है। कई सालोें से नागरिकता और आधारभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे पाकिस्तानी हिंदू विस्थापितों को अब वैक्सीन लगवाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। कोरोन महामारी के कारण अब तक प्रदेशभर में 15 विस्थापितों की मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में विस्थापित कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। वैक्सीनेशन के मुद्दे को लेकर पाक विस्थापितों के लिए काम करने वाले सिमांत लोक संगठन ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले में हाईकोर्ट ने सरकार से शुक्रवार को जवाब मांगा है।
संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह साेढ़ा का कहना है कि जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लेकर राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तक विस्थापितों की पीड़ा पहुंचाई गई,लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला। राज्य सरकार के गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 22,146 विस्थापित रह रहे हैं, लेकिन संगठन यह संख्या 25 हजार से अधिक बताता है। आधार कार्ड नहीं होने के कारण विस्थापितों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है। जिन लोगों को नागरिकता मिल गई उन्हे तो टीका लगाया जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार के निर्देश के बावजूद राज्य सरकार का गृह विभाग विस्थापितों को नागरिकता देने के मामले में दिलचस्पी नहीं ले रहा। नागरिकता देने का काम काफी धीरे चल रहा है।
सोढ़ा का कहना है कि पासपोर्ट, रेजिडेंशियल परमिट या लांग टर्म वीजा के आधार पर वैक्सीन लगवाई जानी चाहिए। सरकार अब तक तय नहीं कर पा रही कि पाक हिंदू विस्थापितों के पास आधार कार्ड नहीं होने के कारण इन्हे किस श्रेणी में रखकर वैक्सीनेशन किया जाए। हालांकि बड़ी मशक्कत के बाद इनका सरकारी अस्पतालों में इलाज तो होने लगा है। जोधपुर के जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पिछले दिनों एक आदेश निकालकर विस्थापितों के इलाज के निर्देश दिए हैं। लेकिन वैक्सीनेशन के बारे में कुछ नहीं कहा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सबसे ज्यादा पाक हिंदू विस्थापित जोधपुर में रहते हैं। जयपुर,जैसलमेर,बाड़मेर और अलवर जिलों में भी रहते हैं।