किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा पर भड़के आजाद अली कहा किसान नहीं होगा तो गोमूत्र कहां से लाएगी भाजपा
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किसानों के कर्ज को माफ ना करने के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किसानों की कर्जमाफी ना करने का फैसला सुनाकर अपना असली चेहरा राज्य की जनता को दिखाया है।
आजाद अली ने कहा कि मुख्यमंत्री से यही उम्मीद थी किंतु उन्होंने अपनी असलियत थोड़ी देर से दिखाई। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को घेरते हुए कहा कि बड़े शर्म की बात है कि किसानों का कर्ज माफ करने में भाजपा सरकारों का बजट डगमगा जाता है किंतु भाजपा समर्थक उद्योगपतियों को सब्सिडी प्रदान करने एवं उनके कर्ज माफ करने में इन सरकारों के बजट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की शान और पहचान माने जाने वाले किसान के साथ सौतेला व्यवहार कर भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने सारी हदें पार कर दी है, फिर चाहे वो केंद्र की सरकार हो या भाजपा शासित राज्यों की सरकारें। सभी अपने ढंग से किसानों के साथ खिलवाड़ करती आ रही हैं और उनके हितों का हनन कर तानाशाही का मुजाहिरा पेश कर रही है।
किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे पर भाजापा पर भड़कते हुए आजाद अली ने कहा कि यदि किसान नहीं होगा तो गाय भी नहीं होगी। गाय को माता मानने वाली भाजपा गाय के अभाव में गोमूत्र कहां से लाएगी। उन्होंने कहा कि बड़ा ही खेद का विषय है कि भाजपा के राज में किसान को अपने वजूद को बचाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है तब से देशभर में किसानों के द्वारा की जा रही आत्महत्या के मामले में इजाफा हुआ है, यह चिंता का विषय है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार गरीबों का शोषण और अमीरों का उद्धार करने में लगी हुई है। इस सरकार के राज में गरीब और गरीब होता जा रहा है जबकि अमीर और अधिक अमीर।
उन्होंने कहा कि यदि समय रहते देश की जनता जागरूक ना हुई और अपने अधिकारों के प्रति आम जनता ने आवाज नहीं उठाई तो वह दिन दूर नहीं जब एक आम इंसान का भाजपा की कठोर एवं जनविरोधी नीतियों के चलते सांस लेना भी दुर्भर हो जाएगा।