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प्रधानमंत्री ने एलान किया- आर्थिक पैकेज में हर तबके के लिए कुछ-ना-कुछ है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन से प्रभावित लोगों एवं उद्योगों के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज की मंगलवार को घोषणा की। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वह इस पैकेज का एलान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार शाम आठ बजे राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि आज उनके द्वारा घोषित पैकेज और पहले सरकार की ओर से दिए गए आर्थिक पैकेज एवं रिजर्व बैंक के फैसलों के जरिए दी गई राहत को मिला दिया जाए तो सरकार ने 2020 में 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह भारत की जीडीपी के 10 फीसद के बराबर है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थी, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का एलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है।”

उन्होंने कहा, ”इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस विशेष आर्थिक पैकेज में भूमि, श्रम, नकदी और कानून पर जोर दिया जाएगा। मोदी ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार से विशेष आर्थिक पैकेज से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा करेंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विशेष आर्थिक पैकेज देश के श्रमिकों, किसानों, ईमानदार करदाताओं, MSME और कुटीर उद्योगों के लिए है।

उन्होंने कहा, ”ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से अपना टैक्स देता है। देश के विकास में अपना योगदान देता है।”

उन्होंने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि भारत की संकल्प शक्ति ऐसी है कि भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। आत्मनिर्भर भारत की भव्य इमारत पांच ‘Pillars’ पर खड़ी होगी। उन्होंने इसके लिए इकोनॉमी को पहला ‘Pillar’ यानी स्तंभ करार दिया। उन्होंने कहा, ”एक ऐसी इकॉनॉमी जो Incremental change नहीं बल्कि Quantum Jump लाए।”

प्रधानमंत्री मोदी ने बुनियादी ढांचे यानी इन्फ्रास्ट्रक्चर को दूसरा स्तंभ बताया। उन्होंने ऐसे इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत पर बल दिया, जो आधुनिक भारत की पहचान बने।

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