नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से तिलमिलाया पाकिस्तान अब एख भड़काऊ कदम उठाने जा रहा है। आज 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान आज गुलाम कश्मीर(PoK) के दौरे पर हैं। इमरान खान गुलाम कश्मीर(PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में विधानसभा को संबोधित करेंगे। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, गुलाम कश्मीर(PoK) की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री इमरान खान वहां सभी दलों और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं से भी मिलने वाले हैं।
इमरान खान के दौरे पर गुलाम कश्मीर(PoK) में कश्मीरियों की भावनाओं को भड़काने की तैयारी है। इस दौरान पाकिस्तान ने गुलाम कश्मीर(PoK) में अलगाववादियों के समर्थन में कई रैलियां आयोजित की हैं। बता दें, पाकिस्तान पहले ही ये कह चुका है कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जान के खिलाफ पाकिस्तान सरकार ने 15 अगस्त को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। यह दिन भारत के स्वतंत्रता दिवस का है।
बता दें, पाकिस्तान जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही तमतमाया हुआ है। कश्मीर पर हार से परेशान पाकिस्तानी पीएम इमरान खान, अब पैंतरेबाजी पर उतर आए हैं। सूत्रों के मुताबिक इमरान खान के साथ कई संघीय मंत्री भी गुलाम कश्मीर(PoK) जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, इमरान खान वहां एक सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेंगे और विधानसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह गुलाम कश्मीर(PoK) के अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से अलग से मुलाकात भी कर सकते हैं।
बता दें, ईद के मौके पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान 14 अगस्त को मुजफ्फराबाद का दौरा करने वाले हैं।
पाकिस्तान ने UN को लिखी चिट्ठी
वहीं दूसरी ओर जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370(Article) हटाए जाने के बाद पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान ने आर्टिकल 370 मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) की बैठक आयोजित करने की मांग की है। एक पत्र के माध्यम से पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात को उठाया है। यह पत्र यूएन में पाक की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी के माध्यम से भेजा गया है। विदेश मंत्री कुरैशी ने इस लेटर में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा(आर्टिकल 370) खत्म करने के भारत के कदम पर चर्चा करने के लिए औपचारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित करने की मांग की है।
पाकिस्तान के साथ नहीं है कोई देश
अनुच्छेद 370 हटाने के भारत के फैसले के खिलाफ दुनिया भर में कूटनीतिक पेशबंदी में लगे पाकिस्तान को खुद ही समझ नहीं आ रहा है कि वह चले तो चले किस दिशा में। एक तरफ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कश्मीर पर अपनी हार स्वीकार करने लगे हैं तो दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की मदद के लिए कोई देश आगे नहीं आ रहा है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक किसी भी देश ने समग्र तौर पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन नहीं किया है जबकि कई देश यह साफ तौर पर कह चुके हैं कि यह भारत का आतंरिक मामला है। यह बता रहा है कि कश्मीर पर पाकिस्तान का झूठ अब नहीं चल रहा।
पोलैंड अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का मौजूदा अध्यक्ष है। यही वजह है कि पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उनसे बात की और कश्मीर में हस्तक्षेप की गुजारिश की। लेकिन नई दिल्ली में पोलैंड के राजदूत ने एक मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में साफ कर दिया कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है और इसे द्विपक्षीय आधार से ही सुलझाना चाहिए।