पानी की किल्लत से जूझ रहे चेन्नई वासियों के लिए तमिलनाडु सरकार ने विशेष कदम उठाया है।
जल संकट की समस्या से जूझ रहे चेन्नई को राहत पहुंचाने की दिशा में तमिलनाडु सरकार ने विशेष कदम उठाया है। शुक्रवार को यहां 50 वैगन ट्रेन चेन्नई पानी लेकर यहां पहुंच गई है।
चेन्नई, जल संकट की समस्या से जूझ रहे चेन्नई को राहत पहुंचाने की दिशा में तमिलनाडु सरकार ने विशेष कदम उठाया है। शुक्रवार को पानी की 50 वैगन ट्रेन चेन्नई पहुंच गई है। दक्षिणी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया था कि आज दोपहर तक 50 वैगन ट्रेन राजधानी पहुंच जाएंगी। शहर में चल रही पानी की किल्लत के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक वैगन में करीब 50 हजार लीटर पानी रखने की क्षमता है।
ट्रेन को आज सुबह जोलारपेट्टई (Jolarpettai) स्टेशन से हर झंडी देकर रवाना कर दिया गया था। पहले खबर थी कि विल्लीवाक्कम स्टेशन पर पानी के उतारने के उद्घाटन के दौरान मंत्री उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने राज्य सरकार की योजनाओं का एलान करते हुए कहा था कि चेन्नई की जल संकट की समस्या को सुलझाने के लिए हर रोज जोलारपेट्टई से रेल द्वारा 10 मिलियन लीटर पानी का परिवहन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा था कि इस योजना के लिए 65 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन कर दिया गया है।
वर्तमान में चेन्नई मेट्रोपोलिटन वॉटर सप्लाई और सीवरेज बोर्ड (चेन्नई मेट्रो जल) जल आपूर्ति के लिए काम कर रहा है। राजधानी में लगभग 525 मिलियन लीटर जल प्रतिदिन (MLD) पुंचाया जा रहा है। बता दें कि इस वक्त चेन्नई भयानक जल संकट से जूझ रहा है। यहां यहां पर भूजल लगातार खत्म होता जा रहा है, जलाशय सूख रहे हैं। जिसकी वजह से पीने के पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है।
चेन्नई में जल संकट की हालत यह है कि स्थानीय लोगों को अपने रोजमर्रा के कामों के लिए पानी के निजी टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है। अब इन निजी टैंकरों के लिए लोग दोगुने पैसे दे रहे , निजी जल टैंकर संघ का कहना है कि पैसा बढ़ना जायज है क्योंकि उन्हें पानी भरने के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता हैं।