नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को दो पन्नों का अपना इस्ताफा भी भेज दिया है। वह शिवसेना में शामिल हो गई है, पार्टी में शामिल होते ही उन्होंने साफ कर दिया है कि टिकट की वजह से उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा मेरे लिए महिला सम्मान बड़ा मुद्दा है, ऐसे में मेरे पास शिवसेना से बेहतर कोई विकल्प नहीं था। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ठीक है ये उनके और कांग्रेस के बीच का मामला है।
इस्तीफा देने के बाद प्रियंका ने ट्वीट में लिखा कि पिछले 3 दिनों में देश भर से मुझे जो प्यार और समर्थन मिला है, उससे मैं पूरी तरह अभिभूत और आभारी हूं। मैं अपने आप को धन्य मानता हूं कि मुझे इतना समर्थन मिला। इस यात्रा का हिस्सा बनने वाले सभी लोगों को धन्यवाद।
राहुल गांधी को दिए पत्र में प्रियंका ने लिखा कि बड़े ही दुख के साथ मैं पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। उन्होंने लिखा कि10 साल पहले मैं विचारधारा से प्रभाावित होकर पार्टी में शामिल हुई थी। साथ ही प्रियंका ने लिखा कि मैंने पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के सारे कर्तव्य निभाएष मुझे याद दिलाने की जरुरत नहीं है कि कैसे उस दौरान मेरे परिवार और मुझे धमकियां मिली थी। पढ़ें पूरा पत्र…
बता दें कि प्रियंका ने अपने ट्वीटर अकाउंट से पार्टी का नाम भी हटा दिया है। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका ने अपना इस्तीफा अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है।
जानें क्यों पार्टी से नाराज हैं प्रियंंका
दरअसल, प्रियंका ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मथुरा में राफेल डील को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं ने प्रियंका से अभद्र व अमर्यादित व्यवहार किया था। प्रियंका ने इसकी शिकायत कांग्रेस अनुशासनात्मक कमिटी से की थी। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दोषी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की। हालांकि, बाद में पार्टी ने दोषी कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्यवाही को निरस्त कर दिया है। जिसके बाद से प्रियंका पार्टी से नाराज हैं। उन्होंने पार्टी के इस कमद के खिलाफ ट्वीटर पर निराशा भी प्रकट की थी।
उन्होंने ट्वीट किया कि ‘बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी मारपीट करने वाले बदमाशों को अधिक वरीयता देती है, बजाय जो खून पसीने के साथ काम करते हैं। पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उनके साथ कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई। वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।’
खेद प्रकट करने के बाद पार्टी ने निरस्त की कार्रवाई
बता दें कि कांग्रेस के दोषी कार्यकर्ताओं के द्वारा घटना पर खेद प्रगट करने पर कार्यवाही को निरस्त की थी। गौरतलब है कि प्रियंका चतुर्वेदी भाजपा पर हमला करने में सबसे आगे रही हैं। हाल ही में उन्होंने स्मृति ईरानी पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि एक सीरियल आएगा, क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुअट थी। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि इसकी ओपनिंग लाइन होगी, ‘क्वॉलिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं। एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते ऐफिडेविट नए हैं।