बच्चों को संक्रमण के प्रकोप से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर
देहरादून। कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर में बच्चों में खतरे की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। शहर के सभी बड़े सरकारी और निजी अस्पतालों में बच्चों के लिए व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है, वहीं कोविड केयर सेंटर में भी सुविधाओं का आकलन कर बच्चों के लिए बेड आरक्षित किए जाएंगे। एसीएमओ डॉ. दिनेश चौहान सरकारी व निजी अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं। उनकी तरफ से सभी अस्पतालों को बेड की संख्या बढ़ाने के साथ व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
250 बेड किए जाएंगे तैयार
बच्चों में संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए देहरादून में 17 साल तक के बच्चों के लिए बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही एनआइसीयू (न्यूनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) और पीआइसीयू (पीडियाटिक इंटेसिव केयर यूनिट) में बेड की संख्या को बढ़ाया जाएगा। बच्चों के लिए कोविड डेडिकेटेड बेड की संख्या हजार तक बढ़ाने के साथ एनआइसीयू और पीआइसीयू में भी बेड की संख्या को 250 तक करने की तैयारी की जा रही है।
यहां तैयार हो रहा प्लान
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय, कोरोनेशन अस्पताल, प्रेमनगर अस्पताल, स्पोट्र्स स्टेडियम कोविड केयर सेंटर, तीलू रौतेली कोविड केयर सेंटर, श्री मंहत इन्दिरेश अस्पताल
कोरोनेशन में भी सीटी स्कैन
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के बाद अब कोरोनेशन अस्पताल में भी सीटी स्कैन की सुविधा मिलेगी। फिलहाल केवल कोरोना संक्रमित मरीज की ही जांच हो सकेगी।
- डॉ. अशोक कुमार (विभागाध्यक्ष बाल रोग) का कहना है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक होने की आंशका जताई जा रही है। ऐसे में अस्पताल में पीआइसीयू, एनआइसीयू व वार्ड में बच्चों के लिए बेड बढ़ाए जाने के लिए तैयारी की जा रही है। जितना संभव होगा, बच्चों के लिए बेड बढ़ाए जाएगे।
- डॉ. दिनेश चौहान (एसीएमओ) का कहना है कि तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की संभावना को देखते हुए दून में तैयारी तेज कर दी गई है। इसके साथ ही अस्पतालों में बेड आरक्षित किए जा रहे हैं। शहर में सभी कोविड अस्पताल समेत अन्य निजी अस्पतालों में भी संभावनाएं तलाशी जा रही है।
यह है स्थिति
दून अस्पताल
उपलब्धता
- पीआइसीयू में 8 बेड
- पीडियाटिक वार्ड में 22 बेड
- एनआइसीयू में 22 बेड
डिमांड
- पीआइसीयू में पांच अतिरिक्त बेड
- पीडियाटिक वार्ड में 18 और बेड
कोरोनेशन अस्पताल
उपलब्धता
- पीडियाटिक वार्ड में 10 बेड
डिमांड
- पीआइसीयू में 20 बेड