
उत्तराखंड में मौसम ने करवट ली है देहरादून और हरिद्वार समेत कई क्षेत्रों में झमाझम वर्षा हुई है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार में पेड़ गिरने से कुछ नुकसान हुआ और बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। अगले कुछ दिनों में राज्य में प्री-मानसून बारिश तेज़ होने का अनुमान है।
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदली है। पहाड़ से मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं और कई जगह झमाझम वर्षा भी हुई है। देहरादून और हरिद्वार में दोपहर बाद तीव्र वर्षा के दौर हुए। जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। हालांकि, हरिद्वार में पेड़ गिरने से नुकसान भी हुआ है।
वहीं, रायवाला में हाई वोल्टेज पारेषण लाइन पेड़ गिरने से टूट गई और काफी देर तक मेरठ जाने वाली लाइन में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। पहाड़ों में आंशिक बादलों के बीच हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई। कुमाऊं में ऊधमसिंह नगर को छोड़कर अन्य जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
बुधवार को सुबह से ही देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में बादल मंडराने लगे। दोपहर में धूप और बादलों की आंख-मिचौनी के चलते उमस ने बेहाल किया। हालांकि, दोपहर बाद शहरभर में बौछारों का दौर शुरू हुआ। करीब डेढ़ घंटा दून में झमाझम वर्षा हुई। जौलीग्रांट क्षेत्र में दिनभर में करीब 50 मिमी वर्षा हुई। जो कि प्रदेश में बीते 24 घंटे में हुई सर्वाधिक वर्षा है।
इससे तापमान में गिरावट आई और गर्मी से राहत मिली। हरिद्वार में तेज हवा के साथ तीव्र बौछारें गिरीं। इस दौरान कुछ इलाकों में पेड़ गिरने से आसपास के दुकानों को नुकसान पहुंचा। वहीं, रायवाला में पेड़ गिरने से हाई वोल्टेज पारेषण लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसे दुरुस्त करने में घंटों लग गए।
उधर, कुमाऊं में नैनीताल समेत ज्यादातर क्षेत्रों में सुबह हल्की से मध्यम वर्षा हुई। जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। चारधाम व यात्रा मार्गों पर भी आंशिक बादल मंडराते रहे और कहीं-कहीं हल्की बौछारें दर्ज की गईं।