उत्तराखण्ड
दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पायी फिरंगी
मुम्बई। इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म ‘फिरंगी’ सफल कॉमेडियन के तौर पर पहचान बना चुके कपिल शर्मा की दूसरी फिल्म है। इस बार खास बात एकमात्र यही है कि इस फिल्म के जरिये कपिल ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है। लेकिन हैरानी इस बात पर हो रही है कि अपने टीवी शो के जरिये दर्शकों को हँसाने वाले कपिल ऐसी बोरियत भरी फिल्म बना सकते हैं। उन्होंने ‘लगान’ से प्रभावित होकर यह फिल्म बनाई है लेकिन ना तो कहानी एक पटरी पर रही है और ना ही पात्रों का चयन सही किया गया है। फिल्म पूरे तीन घंटे की है और आपको जरूर इस बात का अफसोस होगा कि क्यों टिकट ली। कपिल को यह ध्यान रखना चाहिए था कि पीरियड फिल्म बनाने के लिए बहुत बड़े कैनवास की और रिसर्च की जरूरत होती है।
फिल्म की कहानी 1921 की है। मंगा (कपिल शर्मा) सर्गी (इशिता दत्ता) से प्यार करता है। अंग्रेज अधिकारी मार्क डेनियल आर्थिक लाभ के लिए सर्गी के गांव को जबरन खाली करवाना चाहता है तो मंगा गांव वालों के एक समूह को साथ लेकर डेनियल को चुनौती देता है। मंगा के मददगारों में श्यामली (मोनिका गिल) भी है। कहानी में आपको लगान के किरदारों से मिलते जुलते कई और किरदार नजर आएंगे। कहानी में अंत में फिरंगी को बाहर कर दिया जाता है और गांव वालों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ती है।
अभिनय के मामले में कपिल शर्मा की बात करें तो उन्हें यह मानना होगा कि फिल्में उनके लिए नहीं हैं। पूरी फिल्म में उनके चेहरे पर एक जैसे भाव रहे और वह रोबोट की तरह काम करते नजर आये। उनके फैन्स शायद ही उन्हें इस तरह स्वीकार कर पायें। इशिता दत्ता का काम भी प्रभावी नहीं रहा। मोनिका गिल और कुमुद मिश्रा कुछ ठीकठाक रहे। फिल्म का गीत संगीत बोझिल है। कहानी में कोई नयापन नहीं है और लंबाई भी बहुत होने के चलते दर्शक निराश नजर आये। कुल मिलाकर कहा जाये तो फिल्म में मनोरंजन के नाम पर कुछ नहीं है।
कलाकार- कपिल शर्मा, इशिता दत्ता, मोनिका गिल, कुमुद मिश्र, निर्माता- कपिल शर्मा और निर्देशक- राजीव धींगरा।