बर्ड फ्लू का एक नया स्ट्रेन ( New Bird Flu Strain California) अमेरिका के कैलिफॉर्निया में पाया गया है। एक डक फार्म में इसका नया स्ट्रेन मिला जिसके बाद से उस फार्म में क्वारंटिन और स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। बर्ड फ्लू के वायरस से सिर्फ पक्षी ही नहीं बल्कि जानवर और इंसान भी संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि इंसानों में इसका खतरा कम होता है।
कैलिफॉर्निया में एक नई आफत सामने आई है। यह परेशानी बर्ड फ्लू का रूप लेकर सामने आ रही है। कैलिफॉर्निया के मर्सेड कंट्री में बर्ड फ्लू का एक नया स्ट्रेन सामने आया है। यह स्ट्रेन एक डक फार्म में पाया गया है। इस स्ट्रेन को वैज्ञानिक H5N9 के नाम से बुला रहे हैं।
वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के मुताबिक, अमेरिका में यह स्ट्रेन पहली बार पाया गया है, जिस वजह से इसे गंभीर चिंता का कारण बताया जा रहा है। इस स्ट्रेन की वजह से बर्ड फ्लू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस फार्म में क्वारंटिन और टेस्टिंग शुरू कर दी गई है।
बर्ड फ्लू वायरस की पहचान दो प्रकार के प्रटीन के मुताबिक की जाती है। पहला है न्यूरामिनिडेज (N1 या N9) और दूसरा है हीमाग्लूटिनिन (H5 या H3)। इन प्रोटीन पर ही निर्भर करता है कि यह वायरस कितनी तेजी से फैल सकता है और इसके कितने गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
बर्ड फ्लू का कॉमन स्ट्रेन H5N1 स्ट्रेन के मामले भी सामने आ चुके हैं। इस स्ट्रेन के मामले सिर्फ पशुओं और पक्षियों में ही नहीं, बल्कि इंसानों में भी पाए गए हैं। अमेरिका में इंसानों में अबतक लगभग 67 लोगों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं।
बर्ड फ्लू के लक्षण
पक्षियों में-
- अचानक मृत्यु
- पंखों का गिरना
- सिर और गर्दन का हिलना
- चलने में कठिनाई
- अंडे उत्पादन में कमी
इंसानों में-
- बुखार
- खांसी
- गले में खराश
- मांसपेशियों में दर्द
- सिरदर्द
- थकान
- सांस लेने में कठिनाई
बर्ड फ्लू का खतरा न केवल पक्षियों और जानवरों के लिए है, बल्कि इंसानों के लिए भी है। हालांकि, मनुष्यों में इन्फेक्शन का खतरा कम है, लेकिन जो लोग इन्फेक्टेड पक्षियों या जानवरों के संपर्क में आते हैं, उनमें इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जिनमें शामिल हैं-
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जिनमें शामिल हैं-
- इन्फेक्टेड पक्षियों और जानवरों से दूर रहें।
- पोल्ट्री फार्मों और पशु बाजारों में जाने से बचें।
- कच्चे अंडे और मांस खाने से बचें।
- अपने हाथों को बार-बार धोएं।
- यदि आपको बुखार, खांसी या सांस लेने में कठिनाई हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।