बचपन से कलाकार बनना चाहते थे बोमन ईरानी
मसूरी। मसूरी स्थित वाइनबर्ग एलन स्कूल के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे अभिनेता बोमन ईरानी ने कहा कि वो बचपन से कलाकार बनना चाहते थे। ये अलग बात है कि उनका सपना पूरे होते-होते जीवन के 40 साल निकल गए। कहा कि सपनों का पीछा तब तक नहीं छोड़ना चाहिए जब तक उन्हें हासिल न कर लें। इस दौरान उन्होंने स्कूल की विभिन्न स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया।
वाइनबर्ग स्कूल के किरबी लेंग ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में स्कूल की प्रिंसिपल एल टिंडेल ने मुख्य अतिथि सहित उपस्थित अन्य अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही स्कूल की वर्ष भर की गतिविधियों का ब्योरा प्रस्तुत किया। जिसके बाद छात्रों ने स्कूल गान प्रस्तुत किया।
इसके बाद अपने संबोधन में बोमन ने कहा कि उन्होंने अपने सपने के लिए कड़ी मेहनत की। हालांकि उन्हें काफी वक्त लगा, लेकिन उन्होंने उस सपने को जिया। थ्री इडियट भी हमें यही संदेश देती है। हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और उसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
बोमन ने बताया कि जल्द ही वो जॉन इब्राहिम के साथ फिल्म परमाणु में नजर आने वाले हैं, जो शानदार है। इसके अलावा वो ड्राइव धर्मा, लघु फिल्म झलकी आदि में भी काम कर रहे हैं।
इन्हें मिला पुरस्कार
साक्षी सोमानी व आशना पाठक को सार्वजनिक संबोधन एवं स्टेज उपस्थिति के लिए, अमन भाटिया को उत्तम व्यवहार के लिए, अमत्र्य मिश्रा, नादिया रावत व सानिया मैरी ओ कॉनर को संगीत प्रतिभा के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा मनोग्य चौधरी श्रेष्ठ एथलीट, साक्षी सोमानी व सानिया मैरी ओ कॉनर को श्रेष्ठ ऑलराउंडर, अमरेंद्र प्रताप सिंह श्रेष्ठ डे स्कॉलर, गर्वित मारवाह व सानिया ओ कॉनर श्रेष्ठ तैराक, अभिनव बर्नवाल श्रेष्ठ क्रिएटिविटी, अमरेंद्र प्रताप सिंह को श्रेष्ठ छात्र, गर्वित मारवाह व कोमल प्रकाश को स्पिरिट ऑफ वाइनबर्ग एलन स्कूल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फॉय हाउस को ओवरऑल विजेता कप प्रदान किया गया।