उत्तर प्रदेश सरकार का दावा, दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण बढ़ने की दर तीस फीसद अधिक
लखनऊ पैर पसारती जा रही कोरोना महामारी के संकटकाल में फिलहाल राहत की बात यही है कि हर दिन ठीक होने वाले मरीजों की संख्या तेजी भी तेजी से बढ़ रही है। बीते चौबीस घंटे की रिपोर्ट में देखने को मिला है कि स्वस्थ होते मरीजों की संख्या नए संक्रमित मरीजों के बराबर आ चली है। हालांकि, सबसे बड़ी चुनौती मृत्यु दर को काबू करने की है। एक दिन में 265 मरीजों की मृत्यु चिंताजनक है।
उत्तर प्रदेश सरकार दावा कर रही है कि दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण बढ़ने की दर तीस फीसद अधिक है। प्रदेश पर इसका साफ असर दिखाई दे रहा है। हर दिन तीस हजार से ज्यादा नए मरीज पाए जा रहे हैं। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और कानपुर जैसे कुछ जिलों के हालात अधिक बेकाबू हैं, उनकी वजह से ही आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा।
इस बीच सरकार जैसे-तैसे संसाधन जुटाकर मरीजों के इलाज की व्यवस्था कर रही है। उसका भी असर दिखने लगा है। कोरोना को पछाड़कर स्वस्थ होते मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। मंगलवार को जारी पिछले चौबीस घंटे की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश भर में 32993 नए संक्रमित मरीज मिले। इलाज करा रहे 265 रोगियों की मृत्यु हो गई, जबकि 30398 रोगी स्वस्थ हो गए। रविवार को स्वस्थ मरीजों की संख्या 23231, जबकि सोमवार को 26719 दर्ज की गई थी।
ऐसे में यह सुखद संदेश है कि हालात कुछ सुधर रहे हैं। इधर, जांच की गति भी सरकार लगातार बढ़ा रही है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले एक दिन में 184144 नमूनों की जांच की गई। प्रदेश में अब तक कुल 40141354 सैंपल की जांच हो चुकी है। इस तरह चार करोड़ से अधिक कोरोना टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
बढ़ेगी टेस्टिंग क्षमता : अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए 40 नई आरटीपीसीआर टेस्टिंग मशीनों को मंगाने का आर्डर दिया गया है। इससे जो वर्तमान टेस्टिंग क्षमता अभी लगभग दो लाख है, उसे बढ़ाकर ढाई लाख तक किया जा सकेगा।
सर्वाधिक नए मरीज वाले जिले
- लखनऊ : 4437
- कानपुर नगर : 2320
- वाराणसी : 1752
- प्रयागराज : 1521
- बरेली : 1427
- मेरठ : 1291
- गाजियाबाद : 1068
- गौतमबुद्ध नगर : 971
- गाजीपुर : 954
- गोरखपुर : 852