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जोधपुर: 7 दिन में तैयार हुआ 120 बेड का कोविड सेंटर, केंद्रीय मंत्री शेखावत ने एम्स को सौंपा

जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उनकी टीम ने मात्र सात दिन में सूर्यनगरी में अत्याधुनिक अटल कम्युनिटी कोविड रिलीफ सेंटर तैयार कर दिया। सोमवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत के सानिध्य में भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और पूजन कर सेंटर को एम्स की टीम को सौंप दिया। राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान में करोड़ रुपये की लागत से बने 120 बेड के इस सेंटर में ऑक्सीजन, मॉनिटर जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। शेखावत ने कहा कि यह सेंटर जोधपुर एम्स का एक्सटेंशन विंडो है और एम्स की टीम ही यहां मरीजों का इलाज करेगी। शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 19 अप्रैल को मैं जब जोधपुर आया था, तब जिला प्रशासन को हॉस्पिटल बनाने के लिए प्रस्ताव दिया था। मैंने जिला कलेक्टर से कहा था कि एक रुपये से दस करोड़ रुपये तक जो भी खर्च आएगा, वो सब हम लोग करेंगे। मैं जब एक मई को दिल्ली से जोधपुर लौटा तो पाया कि जोधपुर में एक-एक बेड के लिए लोग रात-रात भर इंतजार कर रहे थे। लोग परेशान और दुखी थे। तभी व्यथित मन से संकल्प लेकर वरिष्ठ साथियों के साथ बैठकर चर्चा की और यह बीड़ा उठाया।

शेखावत ने कहा कि मुझे अत्यंत प्रसन्नता है कि ऐसी विपरीत परिस्थितियों में जब देश में कहीं भी इस तरह का चिकित्सीय संस्थान खड़ा करने के लिए उपकरण, संसाधन नहीं मिल रहे हैं तो सभी मित्रों की सहायता से ये सेंटर इस तरह से खड़ा किया है कि 120 मरीज ऑक्सीजन और आईसीयू सुविधा के साथ यहां भर्ती कर सकेंगे। शेखावत ने कहा कि सबसे बड़ा धन्यवाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का करना चाहता हूं। उनके एक निर्देश पर एम्स डायरेक्टर डॉ. संजीव मिश्रा और उनकी टीम ने पूरे मन से हमारा सहयोग किया।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश ही नहीं, दुनियाभर में रहने वाले साथियों ने सेंटर में सहयोग किया। गैस सिलेंडर दुबई से आए तो मॉनिटर्स लंदन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जर्मनी से खरीदे गए। जो जहां मिला, वहां से व्यवस्थाओं को खड़ा करके यह सेंटर हम बना पाए। शेखावत ने कहा कि एम्स डायरेक्टर और हमने बैठकर तय किया है कि टियर वन और टियर टू को हम यहां रखें। जो गंभीर हो जाता है, जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत है, उन्हें आगे एम्स या मथुरादास माथुर अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा

इंग्लैंड से आएंगे वेंटिलेटर

शेखावत ने बताया कि पांच वेंटिलेटर बेड अगले दो तीन दिन के अंदर इंग्लैंड से आ रहे हैं। अगर हम तीन लेवल पर मरीजों को कैटिगराइज करें तो माइल्डक और मॉडरेट केस को यहां रखकर भेज सकते हैं, ताकि एम्स, महात्मा गांधी और मथुरा दास अस्पाताल पर दबाव कम होगा। उन्होंने बताया कि एम्स‍ प्रशिक्षित डॉक्टर और स्टॉफ यहां 24 घंटे मौजूद रहेगा। एम्स क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के हेड डॉ. प्रदीप भाटिया द्वारा टेलीमेडिसिन की सेवा दी जा रही हैं।

सेवा का माध्यम बनेगा सेंटर

शेखावत ने कहा कि मन में बस एक संकल्प था कि हम सब प्रयास करें, एक व्यक्ति का भी हम जीवन बचाने में सफल होंगे, एक व्यक्ति का भी हम कष्ट हरण करने में सफल होंगे, मुझे लगता है कि उसके सामने यह सारा निवेश, सारे प्रयास, सारा परिश्रम, सारी मेहनत और योगदान कहीं कम है। हम सब मिलकर इस भाव के साथ में जुटें। मैं कामना करता हूं कि यह सेंटर जोधपुर के लोगों के लिए बहुत बड़ी सेवा का माध्यम बने।

सेंटर की खासियतें

1. एम्स के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ मरीजों की देखभाल करेगा।

2. 120 बेड पर ऑक्सीजन प्वाइंट की सुविधा फ्लो मीटर के साथ रहेगी।

3. हर बेड के समीप मल्टी पैरा मॉनिटर रहेगा।

4. सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।

5. मरीजों का डाइट चार्ट प्लान एम्स के अनुसार होगा।

6. दो बड़े वार्ड्स के साथ 20 कमरों में दो-दो बेड लगाए गए हैं।

7. विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए विशाल जनरेटर लगाया गया है।

8. एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख-रेख में नर्सिंग स्टाफ मरीजों का उपचार करेगा।

9. ठंडे पानी के चार वाटर कूलर और वाटर डिस्पेंसर लगाए गए हैं।

10. मरीजों के लिए निशुल्क भोजन का जिम्मा जैन समाज का रहेगा।

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