मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- सुंदरलाल बहुगुणा ने पर्यावरण संरक्षण, हिमालय और नदियों के संरक्षण के लिए कई आंदोलनों का नेतृत्व किया
देहरादून। प्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्म विभूषण स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगणा का सोमवार को विधानभवन में भावपूर्ण स्मरण किया गया। मानसून सत्र के पहले दिन सदन की गैलरी में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत सभी मंत्रियों और विधायकों ने स्वर्गीय बहुगुणा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा ने पर्यावरण संरक्षण, हिमालय और नदियों के संरक्षण के लिए कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। वह सादगी के प्रतीक व उत्तराखंड के सच्चे हितैषी थे। चिपको आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय बहुगुणा का हिमालयी पर्यावरण के संरक्षण में अविस्मरणीय योगदान रहा है। बीते मई माह में कोरोना संक्रमण की वजह से उनका निधन हो गया था।
मानसून सत्र में सदन की गैलरी में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर विधानसभा सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण में उनके योगदान को याद किया। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने अपने कक्ष में स्वर्गीय बहुगुणा के पुत्र राजीव नयन बहुगुणा व पुत्री मधु पाठक को शाल ओढ़ाकर व गंगाजली भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी, कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत, बंशीधर भगत, अरविंद पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायक देशराज कर्णवाल, संजय गुप्ता व राजकुमार ठुकराल समेत कई नेता मौजूद थे।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा ने जीवन पर्यंत वृक्षों के प्रति व्यक्तियों में मोह जागृत करने, पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे बहुगुणा समाज के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करते रहेंगे। भले ही शरीर से वह हमारे बीच मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनके कार्य प्रत्येक व्यक्ति के दिल हमेशा अमर रहेंगे। स्वर्गीय बहुगुणा के पुत्र राजीव नयन बहुगुणा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सदैव सुख व दुख में उनके परिवार के साथ रहे हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष का आभार भी जताया।